आज 4 जुलाई दिन मंगलवार से श्रावण मास आरंभ हुआ है। इस साल अधिकमास होने के कारण इस बार सावन पूरे दो महिने (59) का होगा। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को सावन माह में बेलपत्र अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। और भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से धन-दौलत प्राप्त होता है। इतना ही नहीं, शिव कृपा से संतान सुख और कार्य में सफलता भी मिलती है। तो चलिए जानते है कि वो कौन से उपाए है जिन्हें करके आप भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न का सकते है….
सावन में बेलपत्र के उपाय
धन-दौलत के लिए बेलपत्र उपाय
सावन में आप अपने घर पर या बगीचे में बेल और मदार या आक के पौधे को जोड़े में लगाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में धन-दौलत की कमी नहीं होती। आप पर माता लक्ष्मी प्रसन्न रहेंगी। धन का अभाव खत्म होगा। शिवजी पर जो भी बेलपत्र अर्पित करें, उसे पूजा के बाद धन स्थान या तिजोरी में रख दें। धन से आपकी झोली भर जाएगी।
पितरों को प्रसन्न करने के लिए बेल वृक्ष का उपाय
यदि आप अपने पितरों को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस सावन के महिने में आप बेल वृक्ष को जल से सींचें। कहा जाता है कि ऐसा करने से आपके नाराज पितर तृप्त होकर आशीर्वाद देंगे। उनके खुश होने से परिवार में सुख और शांति आएगी। परिवार का हर सदस्य उन्नति करेगा।
संतान प्राप्ति के लिए बेलपत्र का उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो लोग संतान सुख प्राप्त करना चाहते हैं, वे सावन में गाय के दूध और बेलपत्र की व्यवस्था कर लें। इसके बाद आप की जितनी वर्ष आयु है, उतनी संख्या में बेलपत्र ले लें और उसे गाय के कच्चे दूध में डुबो दें। पूजा के समय शिवजी को वह बेलपत्र अर्पित करें। इसके अलावा श्रावण मास में बेल का पौधा लगाने से भी संतान का सुख प्राप्त होता है।
आर्थिक संकट दूर करने के लिए बेलपत्र का उपाय
सावन माह के सोमवार को आप शिवजी की पूजा करें। उनको बेलपत्र अर्पित करें। पूजा के समापन के बाद चढ़ाए गए कम से कम 3 बेलपत्र पर लाल चंदन से ओम नम: शिवाय लिख दें और उसे अपनी तिजोरी में रख दें। शिव कृपा से आर्थिक संकट दूर होगा।
सुखी दांपत्य के लिए बेलपत्र का उपाय
जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में सामंजस्य की कमी है या कोई समस्या है तो सावन सोमवार के दिन पति और पत्नी साथ में भगवान भोलेनाथ और माता गौरी की पूजा करें। दोनों एक साथ शिवजी को बेलपत्र अर्पित करें। माता गौरी को श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं। शिव और गौरी कृपा से दांपत्य जीवन सुखमय होगा।