Jammu Kashmir: बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए बड़ी खबर है। जम्मू कश्मीर में बिगड़े मौसम के चलते फिलहाल अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। यह यात्रा तब तक रुकी रहेगी जब तक अगला आदेश न आ जाए। शुक्रवार को मौसम को देखते हुए आधारी शिविर बालटाल और पहलगाम दोनों रूटों पर यात्रियों को आगे बढ़ने से रोका गया है। वहीं, बम-बम भोले के जयघोष से लखनपुर से लेकर कश्मीर तक माहौल शिवमय बना हुआ है। बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए देश दुनिया से रोजाना हजारों श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर पहुंच रहे हैं। गुरुवार को 17202 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। वहीं यात्रा शुरू होने से अब तक कुल 84768 श्रद्धालु दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, मौसम के सूचारू होते ही एक बार फिर यात्रा को शुरू किया जाएगा। यात्रा शूरू होने पर अगले दो से तीन दिन में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा एक लाख के पार हो सकता है। श्रद्धालुओं के उत्साह का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तत्काल पंजीकरण पाने के लिए वे जम्मू रेलवे स्टेशन, सरस्वती धाम में तड़के ही टोकन लेने के लिए पहुंच रहे हैं। बता दें कि यह यात्रा 62 दिन तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा को लेकर सेना के जवान सुरक्षा व्यवस्था चौकस रखने में ड्रोन, डॉग स्कवायड और चप्पे-चप्पे पर निगरानी तलाशी के जरिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बता दें कि पिछली बार 3.60 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए आए थे। वहीं इस बार उम्मीद है कि यह आंकडा 6 लाख के पार जा सकता है।
अमरनाथ यात्रा अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे नुनवान पहलगाम मार्ग और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटे लेकिन खड़ी बालटाल मार्ग को जोड़ने वाले मार्गों पर एक तीर्थयात्रा है। हिंदू धर्म में पवित्र मानी जाने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा, हिमालय के बीच दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में स्थित है। अमरनाथ को भगवान शिव के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक माना जाता है।