Hiccups Remedies: वैसे तो लोगों को हिचकियां आना आम बात है। हिचकियों से किसी को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है लेकिन कभी-कभी हिचकियां इतनी तेज और देर तक आती है, कि लोग पेशान हो जाते है, हिचकियां आने की वजह से वो खाना खाना और किसी से बात कर पाने जैसी क्रियाओं को नहीं कर पाते है। ऐसे में ही आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे है जिसको अपनाकर आप इस परेशानी से छुटकारा पा सकते है। आपको बता दें कि जब डायफ्राम में ऐंठन होने लगता है तब अचानक वोकल कॉर्ड की वॉल्व बंद होकर तुरंत-तुरंत खुलने लगता है। इससे एक अलग तरह की ध्वनि उत्पन्न होती है, जिसे आम तौर पर लोग हिचकी आना कहते है। तो चलिए जानते है हिचकियों को दूर करने के उपायों के बारे में …
ऐसे दूर करें हिचकी की समस्या
नींबू- जब अचानक हिचकियां आने लगे और यह जल्दी से बंद न हो तो इसके लिए नींबू के रस और नमक को कुछ देर मुंह में रखें। ऐसा करने से हिचकियां बहुत जल्दी गायब हो जाएंगी। जब हिचकियां गायब हो जाएं तो पानी से मुंह को साफ कर लें क्योंकि नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड यदि ज्यादा देर तक रहेगा तो दांतों को नुकसान होगा।
इमली- इमली भी हिचकियों को तुरंत रोक सकता है। जब हिचकियां आएं तो इमली को मुंह में रख लें और इसे चूसते रहें या इमली के पानी को पी जाएं। बहुत जल्द राहत मिलेगी। इसके अलावा छिलका रहित इमली के बीज को चूसने से भी हिचकियां रूक जाती है।
अदरक- अदरक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिससे कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। अदरक का इस्तेमाल हिचकियां रोकने के लिए भी किया जा सकता है। हिचकियों में अदरक के स्लाइस को चूसने से बहुत फायदा मिलता है। अदरक से तत्काल लाभ मिलता है।
ब्लैकबेरी- ब्लैकबेरी भी साइट्रस फ्रूट है जिसमें प्रचूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। जब हिचकियां तेज हो जाएं तो ब्लैकबेरी को खाएं या ब्लैकबेरी के जूस को पी लें।
जायफल- हिचकियों को रोकने में जायफल भी बेहद कारगर हथियार है। जायफल का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। इसके अलावा जायफल को तेल में मिलाकर बच्चों की मालिश की जाती है। आयुर्वेद में जायफल से कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। जायफल से हिचकियां भी रूक जाती है।