UP Budget 2024: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र (UP Budget 2024) जारी है. पांच फरवरी को विधानसभा में बजट पेश करने के बाद राम मंदिर जाने को लेकर बीजेपी और समाजवादी पार्टी में बयानबाजी जारी है. इसी क्रम सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश ने 22 जनवरी की घटना को देखा है, जिससे पूरा देश अभिभूत था, सत्य और न्याय का पक्षधर खुश था गौरवांवित थे, सभी के चेहरे पर संतोष का भाव था.
सभी के आंखो में आंसू थें. ये मेरा सौभाग्य है कि मैं उस आयोजन में प्रत्यक्ष रूप से था. वहां के वातावरण को अच्छे से समझ सकता था. पीएम मोदी, संतों और आचार्यों की उपस्थिति थी और ये अद्भुत वातावरण था. आज ये उत्तर प्रदेश बदला है. इस प्रदेश में जहां पहले कोई आना नहीं चाहता था, आज सब यहां आने को आतुर दिखाई देते हैं.
500 साल के संघर्ष का समाधान निकला
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 साल के संघर्ष का समाधान निकला, देश की जनभावनाओं के अनुरुप वहां मंदिर बना है. जो संकल्प लिया उसकी सिद्धि हुई, हमने जो कहा वो करके दिखाया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया, हम केवल बोलते नहीं है… करते भी हैं. उन्होंने कहा कि महाभारत रचने वाले वेदव्यास की पीड़ा थी कि बाहें उठाकर मैं लोगों को समझा रहा हूं कि धर्म से ही अर्थ और काम की प्राप्ति होती है इसलिए क्यों नहीं धर्म के मार्ग पर चलते हो. ये केवल वेद व्यास की ही पीड़ा नहीं थी, 2014 के पहले पूरे देश की और 2017 के पहले पूरे प्रदेश की भी यही पीड़ा थी.
यूपी के लोगों के सामने खड़ा कर दिया था पहचान का संकट
सीएम योगी ने आगे कहा कि 2017 के पहले जिन लोगों ने चार-चार बार प्रदेश में शासन किया, लंबे समय तक सत्ता में रहें, उन्होंने यूपी के लोगों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था. यहां का नौजवान पहचान छिपाने के लिए मजबूर था. उत्तर प्रदेश में नौकरी नहीं थी, और यहां के लोगों को तो बाहर भी नौकरी नहीं मिलती थी. यूपी का नाम सुनकर किराये के कमरे तो दूर होटल और धर्मशालाओं में भी जगह नहीं मिलती थी. लेकिन आज उत्तर प्रदेश ने 22 जनवरी 2024 की घटना को भी देखा है.
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