Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव को देश का सबसे बड़ा चुनाव माना जाता है. इस चुनाव में देश के लाखों करोड़ों लोग अपने मत का प्रयोग कर देश का प्रधानमंत्री का चयन करते है. इस चुनाव में 18 साल से ऊपर के लोगों को मतदान करने कर अधिकार होता है. ऐसे आइए जानते है कि देश मे पहली बार लोकसभा चुनाव कब हुआ था. और कब वोट देने की उम्र 18 साल तय की गई थी.
Lok Sabha Election: देश में पहली बार लोकसभा चुनाव
आपको बता दें कि स्वतंत्र भारत में पहली बार लोकसभा चुनाव 1951-52 में हुआ था. इस दौरान राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारी बहुमत से चुनाव जीतकर पंडित जवाहरलाल नेहरू की अगूआई में सरकार बनाई थी. वहीं, लोकसभा की बेवसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, पहली लोकसभा 17 अप्रैल,1952 को अस्तित्व में आई थी. जबकि इसकी पहली बैठक 13 मई, 1952 को आयोजित की गई थी.
Lok Sabha Election: भारत के लिए साल 1989 काफी अहम
हालांकि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के लिए साल 1989 काफी अहम रहा. क्योकि इसी साल वोट देने की उम्र सीमा 21 साल से घटाकर 18 साल की गई थी. सरकार के इस फैसले के बाद मतदान करने वाले युवाओं में भारी वृद्धि हुई. बता दें कि भारतीय संविधान के 61वें संशोधन के बाद इस फैसले को 1989 में लागू किया गया.
Lok Sabha Election: राजीव गांधी के कार्यकाल का सबसे अहम फैसला
दरअसल, उस समय देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे. बता दें कि साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी को प्रधानमंत्री बनाया गया था. राजीव गांधी के कार्यकाल को कई अहम फैसलों के लिए याद किया जाता है. उन्हीं फैसलों में से एक सबसे अहम फैसला था 18 साल के युवाओं को मतदान करने का अधिकार देना.
Lok Sabha Election: राष्ट्र निर्माण के लिए युवा शक्ति जरूरी
बता दें कि राजीव गांधी के इस फैसले से देश में करीब पांच करोड़ युवा मतदाता की संख्या बढ़ी थी. हालांकि उस दौरान उनके इस फैसले का काफी विरोध भी हुआ, लेकिन राजीव गांधी को विश्वास था कि राष्ट्र निर्माण के लिए युवाशक्ति जरूरी है. लेकिन इससे चुनाव के नतीजों पर कोई खास अंतर नहीं पड़ा.
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