PM Modi in Ghazipur: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गाजीपुर में भाजपा प्रत्याशी पारसनाथ राय के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भोजपुरी में करते हुए कहा कि लहुरी काशी के पावन धरती पर गाजीपुर के लोगन के हमार प्रणाम बा. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जबतक जिंदा है, तबतक एससी-एसटी का आरक्षण नहीं छीनने दूंगा. वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है.
गाजीपुर प्रचार करने नहीं आशीर्वाद लेने आया हूं
उन्होंने कहा कि काशी वासियों के लिए गाजीपुर आना ऐसा ही है जैसे बगल के मोहल्ले में आ गए. अगर गाजीपुर वाला फोन करे तो काशी वाले बोलते हैं बस घर ही में हैं. पीएम मोदी ने कहा कि मैं भी गाजीपुर प्रचार करने नहीं आया हूं, अपने माता- बहनों का और आप सबका आशीर्वाद लेने आया हूं.
गंठबंधन वालों ने गाजीपुर के साथ विश्वास घात किया
पीएम ने कहा कि ब्रिगेडियर उस्मान जैसे भी गाजीपुर की परंपरा और गाजीपुर का गांव यह नाम ही काफी है. हर घर से जहां जांबाज निकालते हों गाजीपुर के अलावा और किसे मिला होगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे आपके बीच कई बार आने का अवसर मिला है. संगठन का काम करता था या चाहे गुजरात का मुख्यमंत्री था या लोकसभा में चुनाव का समय हो विकास के काम हो आता हूं तो मुझे एक पुराना प्रसंग बार-बार याद आता है. यह प्रसंग इस बात का गवाह है कि कैसे इंडिया गंठबंधन वालों ने गाजीपुर के साथ विश्वास घात किया. आजादी के बाद कांग्रेस ने कसम खा ली थी यह क्षेत्र का विकास नहीं करेगी. यहां के लोग गरीबी में घूट-घूट कर जीने को मजबूर रहे.
कोरोना में भी किसी का चूल्हा नहीं बुझने दिया
जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गाजीपुर के पुराने लोगों को पता है कि यहां के दर्द को गहमरी जी ने उठाया था. नेहरूं जी को आंख में आंसू लिए बताया था कि कैसे यहां के लोग गोबर में गेहूं बीनकर खाते थे. कांग्रेस की सरकार में सियासी ड्रामें हुए, लोगों की आंखों में धूल धोंकने के लिए पटेल आयोग बने, लेकिन फाइल धूल फांकने लगे. लेकिन, हमारी सरकार हर गरीब को मुक्त राशन दे रही है. कोरोना के इतने बढ़े संकट में भी गरीबों के घर का चूल्हा नहीं बुझने दिया. मुक्त राशन के लिए लाखों करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है, जिससे किसी भी गरीब को परेशानी न उठाया पड़े.
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