Varanasi : किसी शहर का विकास वहां नागरिक सुविधाओं में वृद्धि के साथ ही आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव लेकर आता है. ऐसा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी देखने को मिल रहा है. वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के नए कलेवर व विभिन्न विकास कार्यों ने शहर के कायाकल्प के साथ ही व्यापार और कारोबार में भी बढ़ोतरी की है. इसका नतीज़ा राजस्व संग्रह में भी दिखने लगा है. वाराणसी में जीएसटी संग्रह में रिकॉर्ड वृद्धि हो रही है और पिछले तीन वर्षो में वाराणसी का जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ रहा है.
व्यापार व उद्योग के लिए अच्छा संकेत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था में जो सकारात्मक बदलाव किए गए हैं और डबल इंजन की सरकार में वाराणसी में जो निवेश आकर्षित करने में मदद मिली है, उससे यहां व्यापार और उद्योगों में लगातार वृद्धि हो रही है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन और वाराणसी में विकास के कार्यो ने इस विश्वास को नई उड़ान दी है, जिससे काशी एक नई पहचान की ओर अग्रसर है. यही कारण है कि काशी में अब व्यापार और उद्योगों को लेकर बेहद सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है और स्थानीय कारोबारी व उद्योगपतियों इसका लाभ उठा रहे हैं. काशी में पर्यटकों के रिकॉर्ड आमद का भी सकरात्मक असर व्यापार में वृद्धि के तौर पर देखने को मिल रहा है.
अपर आयुक्त, राज्य कर वाराणसी डी.एन. सिंह ने बताया कि जीएसटी संग्रह में वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुकाबले 2023-24 में 20.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि वित्तीय वर्ष 2022-2023 के मुकाबले 2023-2024 में 14.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बढ़ा हुआ जीएसटी संग्रह व्यपार व उद्योग में बढ़ोत्तरी का संकेतक भी है.
पिछले तीन वर्षो का जीएसटी संग्रह (करोड़ में)
2021-2022—-1457.85 करोड़
2022-2023—–1763.24 करोड़
2023-2024—-2015.36 करोड़
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