International Tiger Day 2024: इंटरनेशनल टाइगर्स डे की शुरुआत साल 2010 में रूस के पीट्सबर्ग में एक इंटरनेशनल कांफ्रेस के दौरान हुई थी, जिसका उद्देश्य बाघों की घटती संख्या को बढ़ाना था. बाघों को बचाना न सिर्फ उनकी अपनी प्रजाति के लिए, बल्कि पूरे पारिस्थितिक तंत्र के लिए जरूरी है. वहीं, बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए भारत लगातार प्रयासरत है, जिसका उदाहरण आपको यहां के टाइगर रिजर्व में देखने को मिल जाएगा। जिसमें शामिल है-
जिम कार्बेट नेशनल पार्क
यह भारत का पहला नेशनल पार्क है, जो उत्तराखंड में स्थित है. इसकी स्थापना साल 1936 में हुई थी. ये नेशनल पार्क अपनी खूबसूरती के साथ ही तमाम प्रकार के पशु-पक्षियों के लिए भी जाना जाता है. यहां आकर आप कई तरह के जीव-जंतुओं का करीब से दीदार कर सकते हैं. जंगल सफारी के दौरान बंगाल टाइगर भी देखने को मिल सकता है.
सुंदरबन नेशनल पार्क
पश्चिम बंगाल का सुंदरबन नेशनल पार्क. यह दुनिया के सबसे बड़े डेल्टा का एक हिस्सा है, जो गंगा, ब्रह्मपुत्र और मेघना नदी से मिलकर बना हुआ है. ये पार्क देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. इसमें कई सारे लुप्तप्राय जानवरों का घर है, जिन्हें आप यहां आकर देख सकते हैं. वहीं सफारी के दौरान बंगाल टाइगर के भी दर्शन कर सकते हैं.
रणथंभोर नेशनल पार्क
राजस्थान का रणथंभोर नेशनल पार्क हर तरह के टाइगर्स के लिए बेस्ट माना जाता है. यहां पर टाइगर्स की अच्छी-खासी संख्या है. रणथंभोर आकर आपने ये नेशनल पार्क नहीं देखा, तो समझ लीजिए बहुत कुछ मिस किया. शांति से जीफ सफारी के दौरान आप टाइगर को आराम फरमाते, शिकार के लिए घात लगाए या शावकों के साथ घूमते हुए भी देख सकते हैं.
पेंच नेशनल पार्क
वैसे तो मध्य प्रदेश में कई सारे नेशनल पार्क हैं, लेकिन यदि आपको टाइगर का दीदार करना है, तो पेंच नेशनल पार्क का रूख करें. बता दें कि ये पार्क लगभग 758 वर्ग किमी. में फैला हुआ है. जहां जीप सफारी के दौरान बंगाल टाइगर को आसानी से देखा जा सकता है और उन्हें कैमरे में कैद भी किया जा सकता है.
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