Perseid Meteor: पूरी दुनिया में सोमवार की देर आसमान में एक अनोखी चीज देखी गई. जो एक पर्सिड उल्का बौछार थी. इस खगोलीय घटना ने आसमान के खूबसूरती में चार चांद लगा दी, जिसे देखने के लिए सैकड़ों लोग इक्ट्ठा हुए थे.
हालांकि खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं थी. क्योंकि ऐसा कुछ होने की उम्मीद पहले से ही जताई जा रही थी और वो इसलिए था क्योकि यह हर साल दिखाई देता है. खगोलविदों के मुताबिक, आसमान में ऐसे नजारे उस वक्त दिखाई देते हैं, जब धरती स्विफ्ट टटल धूमकेतु की तरफ से छोड़े गए बर्फ, चट्टानों और मलबे के टुकड़ों से होकर निकलती है. पृथ्वी पर आखिरी बार साल 1992 में धूमकेतु देखा गया था, जिसे पृथ्वी के कई इलाकों में देखा गया.
मकबरे में बनी मूर्तियां भी आई नजर
बता दें कि सोमवार को साउथ ईस्ट तुर्की में माउंट नेमरूत के ऊपरी इलाकों में यह उल्कापात देखा गया. इस दौरान यहां की 7 हजार फीट ऊंचाई पर स्थित प्राचीन मूर्तियां भी दिखाई दी, जो आसमानी सितारों की रोशनी में बेहद खूबसूरत नजर आ रही थी. बता दे कि ये मूर्तियां एक मकबरे में बनी हुई है.
सुबह तक रूके रहे लोग
आसमान में उल्का पिंडों की यह बैछार केवल स्विट्जरलैंड में ही नहीं बल्कि तुर्की में भी माउंट नेमरूत पर लोग रात भर यह नजारे देखते रहे. इसे देखने के लिए सोमवार की रात को लोग माउंट निमृत पर पहुंचे और सुबह होने तक वहीं रुके रहे.
वहीं, बोस्निया में भी लोगों ने आसमान के ऊपर से उल्का को गुजरते हुए देखा. खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह बेहद खास समय होता है. क्योंकि वह इस वक्त के उल्का पिंड की फोटोग्राफी करने से किसी भी कीमत पर चुकना नहीं चाहते है.
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