Lucknow: सरकारी आवास पर राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी एक्सप्रेस वे पर दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह ही अस्पताल की व्यवस्था किए जाने का निर्देश दिया, जिससे की सड़क दुर्घटना होने पर तत्काल लोगों को उपचार मिल सके.
इसके अलावा, उन्होंने कहा कि मंडलीय अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, एंबुलेंस की व्यवस्था मुकम्मल की जाए. एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हो. शराब की दुकानों के साइनेज को छोटा करने का निर्देश दिया.सीएम योगी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए सड़क सुरक्षा के लिए किए गए प्रावधानों के बारे में जानकारी ली साथ ही सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
उन्होंने आगे कहा कि एक्सप्रेस-वे एवं हाइवे पर क्रेन, पेट्रोलिंग वाहन और एम्बुलेंस की संख्या बढ़ायी जाए. प्रदेश में एनएचएआई की 93 सड़केों में अभी तक केवल 4 पर कैमरे लगे हैं. अन्य पर भी कैमरे लगाए जाए. इस दौरान ये भी ध्यान रखा जाए कि सड़कों पर फुट ओवरब्रिज बनाने और नगरीय क्षेत्रों में नाबालिग बच्चे ई-रिक्शा न चलाने पाए. आरटीओ ऑफिस को बिचौलियों से पूर्णतः मुक्त रखने के लिए समय-समय पर जांच अभियान चलाएं.
ट्रैफिक जाम से लोगों को बचाएं
मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि ट्रैफिक जाम लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. ट्रैफिक के सुचारु संचालन के लिए प्रदेश में पर्याप्त मैनपावर उपलब्ध है, ऐसे में जरूरत पड़ने पर सिविल पुलिस, पीआरडी और होमगार्ड्स के जवानों को प्रशिक्षण देकर ट्रैफिक प्रबन्धन को बेहतर बनाएं. उन्होंने कहा कि अस्पतालों, स्कूलों एवं मुख्य बाजारों के बाहर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर का निर्माण कराया जाए.