DELHI NEWS: दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने ड्रग्स मामले में एक बड़ी सफलता हासिल की है. दिल्ली पुलिस ने एक इंटरनैशनल स्तर पर ड्रग्स का व्यापार कर रहे गिरोह को पकड़ा है. इसमें अफ्रीकी मूल की एक महिला यासमीन टोरे समेत दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. इनके पास से करीब आठ किलो मेथामफेटामाइन बरामद की गई है. आरोपियों से जब्त की गई नशीले पदार्थ की कीमत इंटरनेशनल मार्केट में लगभग 10 करोड़ रुपए है.
महिला एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में अफ्रीकी मूल की महिला यासमीन ने खुलासा किया कि वह एक बड़े ड्रग सिंडिकेट का हिस्सा है . और उसे यह खेप तिलक नगर रहने वाले एक अन्य अफ्रीकी नागरिक एनोंच टार उर्फ पीटर से मिली थी. पुलिस ने 6 में को ऐनोच को तिलक नगर से गिरफ्तार किया और उसके फ्लैट से 2 किलो मेथामफेटामाइन और बरामद किया.
सालों से ड्रग तस्करी में शामिल है महिला
दिल्ली पुलिस की पूछताछ में यासमीन ने बताया कि वह पिछले दो सालों से ड्रग तस्करी में शामिल है . वह नशीले पदार्थों को बैग में बने एक गुप्त पॉकेट में छुपा कर लंबी दूरी की बसों से अहमदाबाद होते हुए बेंगलुरु और मुंबई भेजती थी जबकि वापसी में वह फ्लाइट से दिल्ली आती थी.
भारत में अवैध रूप से रह रहे थे दोनों आरोपी
दिल्ली पुलिस की जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपी भारत में अवैध रूप से रह रहे थे . उनके पास वैध ट्रैवल दस्तावेज नहीं थे. यासमीन मार्च 2024 में टूरिस्ट वीजा पर आई थी, जबकि एनोच मार्च 2023 में बिजनेस वीजा पर भारत आया था. लेकिन दोनों पुलिस को वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके. एनोच तिलक नगर में कपड़े और खाने का कारोबार करता था. पुलिस ने फिलहाल दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के अलावा विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत भी कार्रवाई की है. पुलिस अब अन्य सदस्यों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है.
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