BFS Lauching : आज केंद्र सरकार भारत पूर्वानुमान प्रणाली (बीएफएस) का अनावरण करेगी। जानकारी के मुताबिक, ये मौसम विभाग को सटीक और स्थानीयकृत भविष्यवाणियां प्रदान करने में सक्षम बनाएगी। पुणे के निकट स्थित उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) की ओर से विकसित यह प्रणाली 6 किलोमीटर की रिजॉल्यूशन के साथ पूर्वानुमान प्रदान करेगी, जोकि हमारे विश्व में सबसे ऊंचा रिजॉल्यूशन है।
आईआईटीएम परिसर में स्थापित सुपरकंप्यूटर
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम. रविचंद्रन का कहना है कि आज के समय में हम मौसम के स्थानीय और सटीक पूर्वानुमान जारी कर सकेंगे। पिछले कई सालों में यह नई पूर्वानुमान प्रणाली आईआईटीएम परिसर में स्थापित 11.77 पेटाफ्लॉप्स की क्षमता और 33 पेटाबाइट स्टोरेज वाले सुपरकंप्यूटर ‘अर्का’ के कारण संभव हुई है।
अर्का केवल चार घंटे में पूरा करेगा काम
वहीं शोधकर्ता पार्थसारथी मुखोपाध्याय का कहना है कि पहले का सुपरकंप्यूटर ‘प्रत्युष’ पूर्वानुमान मॉडल को चलाने में अधिक से अधिक 10 घंटे लेता था, लेकिन अब अर्का इसे केवल चार घंटे में पूरा करता है। बीएफएस 6 किमी के ग्रिड में मौसम की घटनाओं का विश्लेषण करता है।
दो घंटे का अनुमान भी जारी होगा
जानकारी देते हुए रविचंद्रन ने बताया कि देश में 40 डॉप्लर मौसम रडारों के नेटवर्क से प्राप्त डाटा का उपयोग बीएफएस मॉडल को चलाने में किया जाएगा, आज देश ने इतनी उन्नति प्राप्त कर ली है कि भविष्य में रडारों की संख्या बढ़कर 100 हो जाएगी, जिससे पूरे देश में नाउकास्ट संभव होगा।
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