UP: त्रिस्तरीय पंचायती चुनावों को लेकर गांवों से लेकर अधिकारियों के दफ्तरों तक चुनावी हलचल शुरू हो गई है। चुनाव आयोग और विभागीय निर्देश पर अधिकारी लेखाजोखा तैयार करने में जुट गए हैं। पुर्नगठन के बाद परिसीमन और फिर मतदाता पुनरीक्षण अभियान की तैयारियां तेज हो गई है।
पंचायती राज विभाग एवं निर्वाचन आयोग ने शुरु की तैयारियां
गांवों में दावेदार अब मतदाताओं से हालचाल लेना शुरू कर दिया है। वह इन दिनों पहले से ही लोगों के हालचाल जानकर मदद करने को आगे आने लगे हैं। इसी मदद की आड में अपना पक्ष मजबूत करने में जुट गए है।
जिले में अगले वर्ष होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पंचायती राज विभाग एवं निर्वाचन आयोग ने अपनी शुरुआती तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिसको लेकर नगर निकायों के सृजन व विस्तार पर रोक लगाने के साथ ग्राम पंचायतों के पुर्नगठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
नई ग्राम पंचायतों का सृजन होने की उम्मीद
हाईकमान ने पांच जून तक पुर्नगठन की सूचना मांगी थी। इसके बाद पंचायतों का परिसीमन किया जाएगा। पूर्व में आठ ब्लाकों में 471 ग्राम पंचायत होती थी। कई ग्राम पंचायतों के नगर पंचायतों में शामिल होने के बाद से वर्तमान में 469 ग्राम पंचायतें ही शेष रह गई है। इस बार चुनाव से पहले परिसीमन में कई नई ग्राम पंचायतों का सृजन होने की उम्मीद है। क्योंकि यह ग्राम होने के सारे मानक पूरी कर रहीं हैं।
जून या जुलाई तक अभियान किया जाएगा शुरु
फिलहाल चुनाव के दौरान होने वाले परिसीमन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं के नाम जोड़ने, काटने, संशोधित करने के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान की तैयारियां शुरु कर दी है। उम्मीद है कि जून या जुलाई तक अभियान शुरु किया जाएगा, जो कि सितंबर अक्टूबर चक चलाया जाएगा।वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायतों में दावेदार अब मतदाताओं के पास जाकर हालचाल लेना शुरू कर दिया है। वह इन दिनों अपने काम से समय निकाल कर लोगों के पास जाकर हमदर्दी दिखाना शुरू कर दिए हैं। इसी मदद की आड़ में अपना पक्ष मजबूत करने में जुट गए है।
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