Nationwide Strike: बैंकिंग, बीमा से लेकर कोयला खनन, राजमार्ग और निर्माण क्षेत्र में लगे 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी नौ जुलाई को देशव्यापी आम हड़ताल पर जाने वाले हैं जिससे देशभर में जरूरी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं. 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों और उनकी सहयोगी इकाइयों के एक मंच ने प्राइवेटाइजेशन के विरोध, सरकार को मजदूर विरोधी, किसान विरोधी, राष्ट्र विरोधी बताते हुए भारत बंद का आह्वान किया है. ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की अमरजीत कौर ने कहा, हड़ताल में 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों के भाग लेने की संभावना है.
हड़ताल में 25 से 30 करोड़ कर्मचारी होंगे शामिल
बैंक कर्मचारी संघ ने कहा, केंद्र सरकार की श्रम-विरोधी नीतियों और कॉरपोरेट समर्थक आर्थिक सुधारों के खिलाफ वो हड़ताल पर जाएंगे. संघ का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रही है. यूनियन फोरम की माने तो इस हड़ताल में 25 से 30 करोड़ कर्मचारी शामिल होंगे. उनके अलावा किसान और मजदूर भी इस देशव्यापी हड़ताल का हिस्सा है. कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि उनकी 17 सूत्रीय मांगों पर सरकार की ओर से लगातार अनदेखी की जा रही है.
ट्रेड यूनियनों ने पहले 26 नवंबर, 2020 को, 28-29 मार्च, 2022 को और पिछले साल 16 फरवरी को इसी तरह की राष्ट्रव्यापी हड़तालें की थीं.
कौन-कौन का सेक्टर रहेगा प्रभावित
कल के हड़ताल में कई सेक्टर्स में काम प्रभावित रहेंगे. कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से दफ्तरों में कामकाज ठप रहेगा. 9 जुलाई को इन सेक्टर में काम ठप रहेगा.
- बैंकिंग और फाइनेंशियल सेक्टर
- पोस्टल डिपार्टमेंट
- कोल साइनिंग और फैक्ट्री
- स्टेट ट्रांसपोर्ट
- पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज
- सरकारी और निजी क्षेत्र के कई कर्मचारी शामिल होंगे.
यानी आपको कल बैंक से पैसा निकालने, चेक क्लियरेंस और कस्टमर सर्विस जैसी सुविधाएं मिलने में दिक्कत आएगी. वहीं बीमा कंपनियों के दफ्तर बंद रहेंगे.
क्या रहेगा खुला
मिली जानकारी के मुताबिक स्कूल, कॉलेज, सरकारी ऑफिस, बस, रेलवे, एयरपोर्ट, मार्केट, अस्पताल जैसी जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी. वहीं निजी ऑफिस, मॉल, बाजार आदि सब खुल रहेंगे.
राज्यकर्मियों को कार्यालय में हाजिर रहने का निर्देश
कोलकाता. देशव्यापी हड़ताल को लेकर राज्य की ममता बनर्जी सरकार ने सख्त रवैया अपनाया है. राज्य सरकार ने सोमवार को अपने सभी कर्मचारियों को नौ जुलाई को 24 घंटे की देशव्यापी हड़ताल के दौरान ड्यूटी पर आने को कहा है. साथ ही कहा है कि ऐसा नहीं किये जाने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जायेगा. राज्य सरकार ने कहा कि बीमारी या परिवार में मृत्यु जैसी आपात स्थितियों को छोड़कर कर्मचारियों को कोई आकस्मिक अवकाश नहीं दिया जायेगा. राज्य सचिवालय से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि किसी कर्मचारी के बिना अनुमति के अनुपस्थित रहने पर उसे स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.
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