Varanasi: योगी सरकार पर्यावरण संरक्षण, हरित आवरण में वृद्धि और ग्रामीण सौंदर्यीकरण को बढ़ावा देने के लिए वृक्षारोपण के माध्यम से “अमृत मार्ग” विकसित करेगी. काशी के आठ विकासखंड में पौधरोपण महाभियान में ग्राम्य विकास विभाग लगभग 150 किलोमीटर एरिया में छायादार पौधे लगाएगा. पौधों की देखभाल के लिए वॉचर रहेंगे. 9 जुलाई के पौधरोपण महाभियान में वाराणसी में 1,80,87,500 पौधे रोपित करने का लक्ष्य है. इसमें ग्राम्य विकास विभाग 61,04000 पौधे लगाएगा. इससे काशी की ग्रामीण सड़कों के किनारे हरियाली देखने को मिलेगी.
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि वाराणसी के सभी आठ विकास खंड के 162 गांव की सड़कों को अमृत मार्ग बनाया जाएगा. इस महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत सभी ब्लॉक को मिलाकर लगभग 150 किलोमीटर लंबा अमृत मार्ग तैयार किया जाएगा. प्रत्येक गांव में औसतन पांच सौ मीटर का अमृत मार्ग बनाया जाना प्रस्तावित है. जहां मुख्यतः छायादार पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
उपायुक्त श्रम/रोजगार पवन कुमार सिंह ने बताया कि अमृत मार्ग पर लगाए गए पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए ट्री गार्ड लगाए जाएंगे और एक वॉचर की नियुक्ति की जाएगी, जो इन पौधों की नियमित देखभाल और निगरानी करेगा. ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह योजना केवल पौधरोपण तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य दीर्घकालिक हरित विकास सुनिश्चित करना है. आने वाले समय में यह मार्ग ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता, सौंदर्य और स्वच्छता का प्रतीक बनेंगे.