Types Of Gold: भारतीय संस्कृति में सोना सदियों से विशेष स्थान रखता है. शादियों, त्योहारों और धार्मिक अनुष्ठानों में सोने के गहनों की चमक हर अवसर को और खास बनाती है. सोना न केवल आभूषणों के रूप में, बल्कि निवेश के रूप में भी महत्वपूर्ण है.लेकिन जब बात आती है सोने की शुद्धता की, तो हम अक्सर 18, 22 या 24 कैरेट जैसे शब्द सुनते हैं. आखिर ये कैरेट क्या हैं और इन्हीं मानकों तक क्यों सीमित हैं?
बाजार में उपलब्ध सामान्य कैरेट हैं
- 24 कैरेट गोल्ड: 24 कैरेट सोना 99.9 प्रतिशत शुद्धता को दर्शाता है और इसे शुद्ध सोना भी कहा जाता है. आपको पता होना चाहिए कि 24 कैरेट से अधिक सोने का कोई रूप नहीं है. अगर हम भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत के बारे में बात करते हैं, तो इसमें हर दिन उतार-चढ़ाव होता है. लेकिन चूंकि यह सोने का सबसे शुद्ध रूप है, इसलिए यह स्वाभाविक रूप से 22 कैरेट या 18 कैरेट से अधिक महंगा है. हालांकि, यह निवेश के उद्देश्यों के लिए अनुकूल है, लेकिन आभूषणों के नियमित रूपों के लिए नहीं क्योंकि यह बाद के उद्देश्य के लिए बहुत नरम है.
- 22 कैरेट गोल्ड: इसमें 22 भाग सोना मिलाया जाता है जिसमें 2 भाग अन्य धातुओं जैसे तांबा, ज़िंक के साथ मिलाया जाता है. क्योंकि 24 कैरेट सोने से आभूषण नहीं बनाए जा सकते हैं इसलिए आभूषण बनाने के लिए 22 कैरेट सोना उपयुक्त है. इस कैरेट के सोने को ‘916 गोल्ड’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसमें शुद्ध सोने का 91.67% शामिल है.
- 18 कैरेट गोल्ड: इसमें सोने के 18 भाग अन्य धातुओं के 6 भाग होते हैं. प्रतिशत में, 18 कैरेट सोना 75% सोने के बराबर है और अन्य 25% में अन्य धातुएं जैसे ज़िंक, तांबा, निकल आदि हैं. 18 कैरेट सोने में अतिरिक्त धातुएं 24 कैरेट और 22 कैरेट की तुलना में कठिन और टिकाऊ होती हैं.
- 14 कैरेट गोल्ड14 कैरेट सोने में 58.1 प्रतिशत शुद्ध सोना और बाकी दूसरी धातुओं का मिश्रण होता है. भारत में इसका इस्तेमाल रत्न जड़े हुए आभूषणों में किया जाता है. साथ ही इसकी बनी ज्वैलरी भी बिकती है. इसके बाद सोने की शुद्धता में 12 कैरेट में 50 फीसदी गोल्ड और 10 कैरेट में 41.7 फीसदी गोल्ड भी होता है.
18 , 22 या 24 कैरेट का गोल्ड क्यों नहीं बनता
लेकिन सवाल है कि 19 , 21 या 25 कैरेट का गोल्ड क्यों नहीं बनता तो बता दें कि भारत में BIS (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स) सिर्फ 14, 18, 22 और 24 कैरेट को मानता है. 14, 18 और 22 कैरेट सोने के आभूषणों में हॉलमार्किंग की अनुमति दी गई है. हॉलमार्क BIS द्वारा जारी एक गुणवत्ता प्रमाण पत्र है जो एक निश्चित आभूषण में सोने की शुद्धता की गारंटी देता है.
ऐसे करें शुद्ध सोने की पहचान
अगर आपको सोने की शुद्धता की पहचान करनी हो, तो इसे किसी पत्थर पर हल्के से रगड़ दें. अगर सोने में अशुद्धि होगी, तो रगड़ के कारण निशान बन जाएगा. वहीं अगर सोना शुद्ध हुआ, तो इस पर हल्का या फिर बिल्कुल भी निशान नहीं बनेगा.