Weather Updates: बंगाल की खाड़ी में निम्न दाब से मुंबई समेत महाराष्ट्र में फिर जमकर बारिश होगी. भारतीय मौसम विभाग ने 26 से 29 सितंबर तक महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका जताई है. वहीं, महाराष्ट्र सरकार के सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय ने कहा है कि राज्य में 5 अक्तूबर से पहले दक्षिण-पश्चिमी मानसून के लौटने की संभावना नहीं है.
महानिदेशालय के मुताबिक, दक्षिणी विदर्भ और मराठवाड़ा से लगे क्षेत्रों में 26 सितंबर अपराह्न से मध्यम बारिश होने का अनुमान है. गढ़चिरौली, चंद्रपुर और यवतमाल जिले में बारिश की संभावना है जबकि मराठवाड़ा और विदर्भ के अन्य जिलों में हल्की बारिश और बादल छाए रह सकते हैं. इसके अलावा मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, पुणे घाट क्षेत्र, कोल्हापुर घाट क्षेत्र, सतारा घाट क्षेत्र, नांदेड़, लातूर, धाराशिव जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
नदियों और जल धाराओं में आ सकती है बाढ़
वहीं, राज्य कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने कृषि कामकाज की योजना मौसम पुर्वानुमान के ध्यान में रख कर बनाए. साथ ही कटी फसलों की बारिश और तेज हवाओं से रक्षा करने के प्रबंध करें. अधिकारियों ने दक्षिणी मराठवाड़ा, कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के घाट (पहाड़ी) क्षेत्रों में स्थित बांधों में जल स्तर बढ़ने के प्रति आगाह किया है, जिससे नदियों और जल धाराओं में बाढ़ आ सकती है.
50 लाख हेक्टेयर की कृषि भूमि बर्बाद
बता दें कि इस महीने महाराष्ट्र के 31 जिलों में लगातार बारिश हो रही है. अब तक राज्य में 50 लाख हेक्टेयर की कृषि भूमि और खड़ी फसलें बरबाद हो चुकी हैं. बाढ़ प्रभावित किसानों की आर्थिक सहायता के लिए राज्य आपदा प्रबंधन कोष से 2215 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं. इसके अलावा केन्द्र से और धनराशि की मांग की गई है. खासतौर से मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी बारिश से आई बाढ़ के कारण लाखों एकड़ की फसल बरबाद हो गई है और पिछले कुछ दिनों में कई लोगों की मौत हुई है.
तेलंगाना में मूसलाधार बारिश
इसके अलावा, तेलंगाना के कई हिस्सों और राजधानी हैदराबाद में भारी बारिश जारी है, जिसके चलते मूसी नदी में पानी का बहाव तेज हो गया है. ऐसे में शिवाजी ब्रिज और भू-लक्ष्मी मंदिर इलाके से 55 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश की आशंका
दरअसल, भारी बारिश के कारण हिमायतसागर और उस्मानसागर जलाशयों के गेट खोल दिए गए हैं, जिसके कारण मूसी में जलप्रवाह तेज हुआ. फिलहाल, प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में भोजन व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. ग्रेटर हैदराबाद के अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही आईएमडी ने 27 सितंबर को राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश के साथ आंधी-तूफान और तेज़ हवाओं की आशंका जताई है.
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