UP News: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर अब तस्वीरें धीरे-धीरे साफ होने लगी हैं. कहा जा रहा है कि अगले 2 से 3 दिन के भीतर प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो सकता है. मंगलवार को बीजेपी ने प्रांतीय परिषद की लिस्ट जारी कर दी है, जो प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में हिस्सा लेंगे. बीजेपी की तरफ से यूपी चुनाव प्रभारी बनाए गए पीयूष गोयल लखनऊ आकर कुछ दिनों के भीतर नाम का ऐलान कर सकते हैं. माना जा रहा है कि इस बार पार्टी ओबीसी चेहरे पर भरोसा जताने की संभावना रखती है.
गोयल के नेतृत्व में पार्टी की रणनीति में तेजी आएगी
पीयूष गोयल के यूपी चुनाव प्रभारी बनाए जाने से पार्टी में चुनावी माहौल को लेकर उत्साह देखा जा रहा है. गोयल के नेतृत्व में यूपी में पार्टी की रणनीति में तेजी आएगी. उनका यह जिम्मा केवल चुनावी तैयारियों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य में संगठन विस्तार, उम्मीदवार चयन और जनसंपर्क जैसी गतिविधियों पर भी निगरानी रखी जाएगी.
चुनाव की तैयारियां तेज
प्रदेश परिषद सदस्य ही आगामी प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में मतदाता की भूमिका निभाएंगे. इसलिए इनकी सूची जारी होना चुनावी प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है. भाजपा ने अभी तक 98 संगठनात्मक जिलों में से 84 जिलाध्यक्ष घोषित किए हैं. इन्हीं जिलों में परिषद सदस्यों की सूची जारी कर दी गई है, जबकि शेष 14 जिलों में नए जिलाध्यक्ष बनाए जाने का इंतजार है.
12 दिसंबर को नए बीजेपी अध्यक्ष की होगी घोषणा
मिली जानकारी के अनुसार 12 दिसंबर को यूपी बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है. पीयूष गोयल कल शाम को लखनऊ आ सकते है और परसों सुबह नामांकन की औपचारिकता पूरी कर नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान दोपहर बाद कर दिया जाएगा.संभावित दावेदारों में पूर्व केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, दलित नेता विद्यासागर सोनकर, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का भी नाम है. निरंजन ज्योति ने कुछ दिनों पहले नड्डा से मुलाकात भी की थी.
आगामी चुनाव के लिए बीजेपी एक दम तैयार
इससे पहले बीजेपी ने कई बार प्रदेश अध्यक्ष और चुनाव प्रभारी बदलने की परंपरा को अपनाया है, ताकि चुनावी तैयारियों में संगठनात्मक ढांचा मजबूत रहे. इस बार भी यह कदम पार्टी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. विशेषज्ञों का कहना है कि पीयूष गोयल के नेतृत्व में यूपी में पार्टी की तैयारियों में नई ऊर्जा आएगी और यह आगामी चुनाव के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा.
गैर-यादव ओबीसी पर खेलेगी दांव
सूत्रों की मानें तो बीजेपी यूपी में अपने संगठन की कमान ओबीसी समुदाय के किसी चेहरे के हाथों में सौंप सकती है. इस फेहरिस्त में बीजेपी के कई ओबीसी नेताओं के नाम चर्चा में हैं. योगी सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह और केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा के अलावा पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति के नाम की चर्चा पिछले कई दिनों से चल रही है. इस तरह बीजेपी अध्यक्ष की रेस में जिन नेताओं के नाम हैं, वो सभी गैर-यादव ओबीसी समाज से आते हैं.
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