Assam: असम के शिवसागर जिले में ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) के कच्चे तेल के कुएं से गैस का रिसाव चौथे दिन भी जारी रहा. अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 70 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि ओएनजीसी के निदेशक विक्रम सक्सेना के नेतृत्व में एक टीम ने शनिवार को कुआं संख्या आरडीएस 147 का परिचालन नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया, जहां रिसाव शुरू हुआ था.
छिद्रण के दौरान हुआ विस्फोट
ओएनजीसी के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि यह एक पुराना कच्चा तेल कुआं था जिसमें उत्पादन नहीं हो रहा था. विस्फोट के समय क्षेत्र परिवर्तन के लिए छिद्रण का काम चल रहा था. इसके बाद नए क्षेत्र से उत्पादन शुरू होना था. छिद्रण के तुरंत बाद अचानक अनियंत्रित तरीके से गैस निकलने लगी, जिससे विस्फोट हुआ.
रिसाव को नियंत्रित करने के लिए चल रहा था काम
ओएनजीसी के रुद्रसागर तेल क्षेत्र स्थित रिग नंबर एसकेपी 135 के कुएं आरडीएस 147 में गुरुवार को सर्विसिंग के दौरान कुएं से गैस रिसाव दिखा था. संकट प्रबंधन दल (सीएमटी) रिसाव को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहा है. ओएनजीसी की तरफ से एक निजी कंपनी एसके पेट्रो सर्विसेज कुएं का संचालन कर रही थी. ओएनजीसी के अधिकारी ने बताया कि कुएं को नष्ट करने की प्रक्रिया जारी है. हमने सभी आवश्यक उपकरण जुटा लिए हैं.
70 परिवारों को भेजा गया राहत शिविर
जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि इस घटना से करीब 1,500 लोग प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा, “उन्हें गैस की गंध आ रही है और वे अपना चूल्हा या कुछ भी नहीं जला पा रहे हैं. हम उन्हें पका हुआ भोजन उपलब्ध करा रहे हैं और स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं.” जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र से 70 परिवारों को निकटवर्ती बनगांव में स्थापित राहत शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया है.
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