CBSE New Syllabus: सीबीएसई ने कक्षा 10, 12 के लिए पाठ्यक्रम में किए बड़े बदलाव, ग्रेडिंग प्रणाली की भी की घोषणा

CBSE New Syllabus: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10 और 12 के लिए अपने पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव किया है, जिसका मकसद शैक्षणिक ढांचे को बढ़ाना और कौशल-आधारित सीखने के अवसरों का विस्तार करना है. CBSE द्वारा किए गए बदलावों को बोर्ड की शैक्षणिक वेबसाइट cbseacademic.nic.in पर जाकर देख सकते है.

दरअसल सीबीएसई ने कक्षा 10 के छात्रों के लिए, बोर्ड ने अब तीन कौशल-आधारित विषयों में से एक का चयन अनिवार्य कर दिया है, जैसे– कंप्यूटर एप्लीकेशन, सूचना प्रौद्योगिकी, या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. इसके अलावा, उन्‍हें अपने भाषा विषयों में से एक के रूप में अंग्रेजी या हिंदी चुनना होगा, जिसे वे कक्षा 9 या 10 में ले सकते हैं.

नए पाठ्यक्रम में कि‍ए गए बड़े बदलाव

इस साल, बोर्ड ने कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है. इस साल से बोर्ड साल में दो बार, फरवरी और अप्रैल में सीबीएसई कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित करेगा. इसके अतिरिक्त, पाठ्यक्रम में रटने के बजाय योग्यता-आधारित प्रश्नों के माध्यम से वैचारिक समझ और ज्ञान के अनुप्रयोग पर जोर दिया गया है. मूल्यांकन में अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सीबीएसई ने पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया में भी सुधार किया है.

नई पुनर्मूल्यांकन प्रणाली भी होगी लागू

इस दौरान बोर्ड ने कौशल शिक्षा पर जोर देते हुए 12वीं के विभिन्न क्षेत्रों में कौशल ऐच्छिक विषयों जैसे आतिथ्य और पर्यटन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी, वित्त, व्यवसाय, खुदरा और बीमा जैसी उभरती हुई तकनीक आदि में अब अनुप्रयुक्त गणित को भी जोड़ा है. इसके अलावा, बोर्ड इस साल ऑन-स्क्रीन मार्किंग (OSM) और एक नई पुनर्मूल्यांकन प्रणाली भी लागू करेगा.

सीबीएसई पाठ्यक्रम 2025-26 की प्रमुख विशेषताएं-
  • सीबीएसई कक्षा 10 का पाठ्यक्रम 9-प्वाइंट्स ग्रेडिंग सिस्टम पर आधारित होगा, जिसमें कुल 80 अंकों के लिए बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी और अनिवार्य विषयों के लिए आंतरिक मूल्यांकन के लिए अतिरिक्त 20 अंक होंगे.
  • सीबीएसई बोर्ड 2025 की परीक्षाएं पास करने के लिए, छात्रों को प्रत्येक विषय में कुल मिलाकर न्यूनतम 33% अंक प्राप्त करने होंगे.
  • सीबीएसई कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में एक बार आयोजित की जाएंगी, जो 17 फरवरी, 2026 से शुरू होंगी.
  • सीबीएसई ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए नए कौशल ऐच्छिक विषय पेश किए हैं, जिनमें लैंड ट्रांसपोर्टेशन एसोसिएट, इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर और डिज़ाइन थिंकिंग और इनोवेशन शामिल हैं.
  • बोर्ड ने 2025-26 शैक्षणिक सत्र से कक्षा 12 के अकाउंटेंसी छात्रों के लिए बुनियादी, गैर-प्रोग्रामेबल कैलकुलेटर की भी अनुमति दी है.
  • बोर्ड ऑन-स्क्रीन मार्किंग (OSM) और एक नई पुनर्मूल्यांकन प्रणाली लागू करेगा.
बोर्ड ने स्कूलों को निर्देश ये दिया

इतना ही नहीं, बोर्ड ने स्कूलों को 10वीं और 12वीं कक्षाओं में सीबीएसई के नए सिलेबस के अनुसार पढ़ाने का निर्देश दिया है. उन्‍होंने क‍हा है कि विषयों को निर्धारित सिलेबस के अनुसार पढ़ाया जाना चाहिए, जिसमें अनुभवात्मक शिक्षण, योग्यता-आधारित आकलन और अंतःविषय दृष्टिकोण को एकीकृत किया जाना चाहिए ताकि छात्रों की वैचारिक समझ और अनुप्रयोग को बढ़ाया जा सके.

इसके अलावा, पाठ्यक्रम के प्रभावी इस्‍तेमाल के लिए, स्कूलों को राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2023 में की गई सिफारिशों के अनुसार प्रासंगिक और लचीली शिक्षण पद्धतियों को लागू करने की सलाह दी जाती है, जो विविध शिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करती हैं.

प्रौद्योगिकी-सक्षम शिक्षा पर दिया जोर

बोर्ड ने कहा है कि सीखने को अधिक आकर्षक और सार्थक बनाने के लिए परियोजना-आधारित शिक्षण, पूछताछ-संचालित दृष्टिकोण और प्रौद्योगिकी-सक्षम शिक्षा पर जोर दिया जाना चाहिए. इसके साथ ही स्‍कूलों को यह सुनिश्चित करने के लिए सहयोगी पाठ योजना को भी प्राथमिकता देनी चाहिए कि शिक्षण रणनीतियाँ गतिशील, समावेशी और भविष्य के लिए तैयार रहें.”

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