वाराणसी। 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार बनारस दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक की शुरुआत शाही नाले की सफाई से की थी। तब से लेकर अब तक आठ बार मुख्यमंत्री ने जल निगम के अफसरों को चेतावनी दी। लेकिन अब तक जल निगम ने शाही नाले का काम पूरा नहीं कराया, जिसका खामियाजा आम जनता भुगत रही है। एक दिन पहले शहर में हुए जलभराव के लिए मुख्य कारण शाही नाले की सफाई और मरम्मत को माना जा रहा है। आखिरकार मुख्यमंत्री ने जलनिगम को अंतिम चेतावनी दी है, काम में सुधार लाएं वरना बोरिया बिस्तर उठा लें। अब तक न तो शाही नाले की सफाई पूरी हो पाई है और ना ही इसकी मरम्मत। यही नहीं डायवर्जन का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। अभी लहुराबीर से गिरजाघर के बीच लोहे की पाइप लाइनें बिछी हुई है। जिनके जरिए सफाई कराई जा रही है। उधर रामकटोरा के पास सीवर डायवर्जन का काम अभी चल रहा है।