कानपुर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर में जिस तरह से केंद्र और प्रदेश सरकार के इंतजामों की किरकिरी हुई थी, कोरोना की संभावित तीसरी लहर में ऐसी स्थिति फिर न पैदा हो, इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकार के समानांतर रणनीति तैयार करेगा। चित्रकूट में चल रही संघ प्रचारकों की राष्ट्रीय चिंतन बैठक में इस रणनीति को लेकर आने वाले दिनों में चर्चा की जाएगी। इसके लिए संघ और उसके आनुषंगिक संगठनों के स्वयंसेवकों और कार्यकर्ताओं को इस रणनीति के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा। अगले दो दिनों में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ देशभर के प्रांत प्रचारकों की होने वाली ऑनलाइन परिचर्चा में कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर को प्रमुख विषय के रूप में रखा गया है। इस रणनीति के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन कराने और प्रभावित होने की स्थिति में लोगों का समय से इलाज कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इसके अलावा जागरुकता अभियान भी चलाए जाएंगे। संघ की शाखाओं को सुबह, शाम नियमित करने को लेकर भी बैठक में चर्चा की जाएगी। इन शाखाओं में लोगों की उपस्थिति बढ़ाने और अनिवार्य रूप से लोगों के शामिल होने को भी बैठक का विषय बनाया गया है। इस पर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ-साथ प्रांत और क्षेत्र प्रचारकों के साथ भी विचार विमर्श किया जाएगा। इसी तरह संघ के आईटी सेक्टर को मजबूत करने के लिए सभी प्रांतों में आईटी की टीम को मजबूत किया जाएगा। इससे संगठन के विचारों को आदान-प्रदान में आसानी हो सके। संघ की विचारधारा और हिंदुत्व को लेकर किसी भी तरह की गलतफहमी पैदा करने वाले संगठनों और लोगों को सही जानकारी देने के लिए भी यह आईटी टीम काम करेगी।