वाराणसी। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 5.08 करोड़ की लागत से गंगा घाटों पर हाइटेक सूचना पट्ट लगाने का काम चल रहा है। अब तक 85 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई के प्रथम सप्ताह तक काम पूरा हो जाएगा। सभी 84 घाटों के अतीत के बारे में पूरी जानकारी इन सूचना पट्टों पर होगी। इसमें क्यूआर कोड होगा, जिसे मोबाइल से स्कैन करके पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके अलावा घाटों का पूरा इतिहास सूचना पट्टों पर हिंदी और अंग्रेजी में होगा। इन सूचना पट्टों पर प्रकाश की पूरी व्यवस्था की जा रही है, ताकि बाहर से आने वाले भक्तों और पर्यटकों को पूरा इतिहास पता चल सके। अब तक केवल चार घाटों पर ही इतिहास के बारे में जानकारी दी गई है। बाकी पर केवल नाम लिखा है। सूचना पट्ट पर क्यूआर-कोड लगाया जाएगा। इसे स्कैन करते ही उस घाट की पूरी जानकारी उस पर्यटक के मोबाइल पर आ जाएगी। सभी गंगा घाटों को एक रंग में रंगने की योजना है। स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डी वासुदेवन ने बताया कि काम अंतिम चरण में चल रहा है। जुलाई के प्रथम सप्ताह तक काम पूरा हो जाएगा। स्मार्ट सिटी की ओर से घाट पर पांच तरह के सूचना पट्ट लगाए जा रहे हैं। गंगा के 20 प्रमुख घाटों पर बड़े सूचना पट्ट लग रहे हैं जिस पर संबंधित घाट का पूरा विवरण दर्ज है। इसमें आध्यात्मिक व पौराणिक महत्व भी अंकित है। दूसरा सूचना पट्ट लोकेशन बताएगा। तीसरा सूचना पट्ट जिस पर घाट से संबंधित संक्षिप्त जानकारी के साथ ही घाट पुनर्निमाण में बड़ा योगदान देने वाले व्यक्ति या संस्था का नाम भी लिखा जा रहा है।