वाराणसी। नई शिक्षा नीति के तहत बेसिक शिक्षा परिषद परिषदीय विद्यालयों को अपग्रेड करने की कवायद में जुट गया है। प्राइवेट स्कूलों की तरह परिषदीय विद्यालयों में अब प्री नर्सरी में दाखिला हो सकेगा। नई व्यवस्था के अंतर्गत परिषदीय विद्यालयों में बच्चे कान्वेंट स्कूल की तर्ज पर तीन वर्ष की उम्र में नर्सरी या प्री नर्सरी में दाखिला ले सकेंगे। ताकि छोटी उम्र से ही उनकी बुनियादी शिक्षा को मजबूत बनाया जाए। अब तक प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक में ही छात्रों का दाखिला होता था। जिसकी वजह से जो बच्चा निजी स्कूल में तीन से चार साल की उम्र में कक्षा नर्सरी से पढ़ता था, वह छह वर्ष की आयु तक आते-आते हिंदी व अंग्रेजी के शब्दों के साथ ही वाक्य बनाना सीख जाता था। परिषदीय स्कूल में पहली कक्षा का छात्र अक्षरों को पढ़ना शुरू करता है। यहां के भी बच्चों की बुनियादी शिक्षा शुरू से ही बेहतर हो, इसको देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। छोटी उम्र से ही बच्चों का मानसिक विकास जरूरी है। अब तक यह प्रक्रिया सिर्फ कॉन्वेट स्कूलों में थी, शासनादेश आने के बाद तीन साल की उम्र के बच्चों का भी प्राथमिक विद्यालयों में दाखिला हो सकेगा।