लखनऊ। नया कनेक्शन लेने, खराब मीटर बदलने, बिजली का बिल ठीक कराने, लोड बढ़वाने या कम कराने, नाम पते में सुधार, नामांतरण, श्रेणी परिवर्तन, स्थायी विच्छेदन आदि के लिए उपभोक्ताओं को अब बिजली दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अगले महीने से ये सभी सेवाएं ऑनलाइन हो जाएंगी। पावर कार्पोरेशन केएप व पोर्टल पर इन सेवाओं के लिए आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। यही नहीं उपभोक्ता सेवाओं को अब जेई से लेकर पावर कार्पोरेशन केचेयरमैन तक की वार्षिक गोपनीय प्रविष्टि (एसीआर) से जोड़ा जाएगा। उपभोक्ता सेवाओं के प्रति लापरवाही अभियंताओं से लेकर बड़े अफसरों को भारी पड़ेगी। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बृहस्पतिवार को पॉवर कार्पोरेशन के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उपभोक्ता सेवाओं को जल्द से जल्द ऑनलाइन करने के निर्देश दिए। उन्होंने गलत बिल भेजे जाने की शिकायतों को गंभीरता से लेने पर जोर देते हुए कहा कि नए कनेक्शनों में भी गलत बिल आने की शिकायतें मिल रही हैं। यह किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं हैं। शर्मा ने पावर कार्पोरेशन के अध्यक्ष को यह यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सौभाग्य व अन्य योजनाओं में दिए गए कनेक्शन के सही बिल सही समय पर उपभोक्ता को मिलें। बिलिंग में गड़बड़ी पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए। शिकायतों पर एमडी, निदेशक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपभोक्ताओं का फीडबैक लें। तीन माह तक के बकायेदारों यहां दस्तक देकर उन्हें भुगतान के लिए प्रेरित करने पर जोर देते हुए शर्मा ने कहा कि केवल बिजली काटना ही विकल्प नहीं है। ज्यादा लाइन हानियों वाले फीडरों की हानियां 15 फीसदी से नीचे लाई जाएं।