वाराणसी। बीएचयू में आंख की बीमारी के मरीजों को अब एक ही छत के नीचे ओपीडी, जांच और ऑपरेशन सहित सभी सुविधाएं मिलेंगी। क्षेत्रीय नेत्र संस्थान बनकर तैयार हो गया है। पूर्वांचल के इस पहले संस्थान में 100 बेड पर मरीजों को भर्ती करने की सुविधा मिलेगी। यहां मॉडयूलर ओटी, स्पेशल क्लीनिक, ग्लूकोमा क्लीनिक की व्यवस्था की गई है। संस्थान में बेड सहित अन्य सामान लग चुके हैं, बस कुछ उपकरणों का इंतजार है। संभावना है कि पंद्रह अगस्त से संस्थान की सुविधाओं का लाभ लोगों को मिलने लगेगा। 45 करोड़ की लागत से इसका निर्माण कराया गया है। बीएचयू मुख्य द्वार के ठीक बगल में बने क्षेत्रीय नेत्र संस्थान में दूरदराज से आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। इस समय ओपीडी तो नेत्र रोग विभाग में चल रही है, लेकिन मोतियाबिंद सहित आंख के अन्य ऑपरेशन के लिए मरीजों को सर सुंदरलाल अस्पताल के प्रथम तल पर ऑपरेशन थिएटर में जाना पड़ता है। अब पुराने नेत्र रोग विभाग से ही कनेक्ट होकर बनी पांच मंजिला इमारत में सारी सुविधाएं मिलेंगी। संस्थान में बेड लग चुके हैं, ऑक्सीजन पाइपलाइन बिछ गई है। कुर्सी, मेज सहित अन्य सामान भी आ गए हैं। मॉडयूलर ओटी भी तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में इसका शिलान्यास किया था। काम पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री इसका उद्घाटन भी कर सकते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी निर्माण कार्य सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लेंगे। संस्थान की बिल्डिंग बनकर तैयार है। बेड, फर्नीचर, ऑक्सीजन पाइपलाइन सहित अन्य काम भी पूरे हो गए हैं। कुछ उपकरण आने बाकी है। अगले महीने तक केंद्रीय लोकनिर्माण विभाग की ओर से बिल्डिंग हैंडओवर किया जाएगा। इसका बाद संचालन शुरू होने की संभावना है।