गोरखपुर। हिंदू पंचांग का चौथा महीना आषाढ़ मास की शुरूआत शुक्रवार यानी आज से हो गई है। हिंदू धर्म में आषाढ़ के महीने का विशेष महत्व है, इस महीनें की देवशयनी एकादशी से चतुर्मास प्रारंभ होता है। आषाढ़ मास में विशेष रूप से भगवान विष्णु की आराधना होती है। इस महीने में प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा सहित विभिन्न व्रत और त्योहार पड़ते हैं। आषाढ़ की समाप्ति 24 जुलाई आषाढ़ पूर्णिमा के दिन होगी। पंडित शरद चंद्र मिश्रा ने बताया कि वर्षा ऋतु का आगमन और आषाढ़ मास की शुरूआत लगभग एक साथ ही होती हैं। हिंदू पंचांग में सभी महीनों के नाम नक्षत्रों पर आधारित हैं। मास की पूर्णिमा को चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उस महीने का नाम उसी नक्षत्र के नाम पर रखा गया है। आषाढ़ नाम भी पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्रों पर आधारित है। आषाढ़ माह की पूर्णिमा को चंद्रमा इन्हीं नक्षत्रों में रहता है जिस कारण इस महीने का नाम आषाढ़ पड़ा है।