गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय पर करीब 299 करोड़ रूपये खर्च होने की उम्मीद है। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 28 अगस्त को इसकी आधारशिला रख सकते हैं। इसे लेकर तैयारियां चल रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही राष्ट्रपति के हाथों आयुष विश्वविद्यालय के शिलान्यास की घोषणा कर चुके हैं। कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने इस विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर बनाकर शासन को भेज दिया है। जल्द ही इसकी स्वीकृति मिलने के साथ ही फंड भी जारी हो जाने की उम्मीद है। पिछले दिनों गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति द्वारा जल्द इस विश्वविद्यालय के शिलान्यास करने की घोषणा की थी। विश्वविद्यालय के लिए दो बार जमीन तलाशने के बाद तीसरी बार जमीन फाइनल हो सकी है। गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में तरकुलही एवं पिपरी की 52 एकड़ सिलिंग की जमीन पर इसका निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने 4 जुलाई को आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर समीक्षा भी की थी। कैबिनेट बाई सर्कुलेशन के जरिए महायोगी गुरू गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण की पिछले साल ही मंजूरी मिल गई थी। सीएम ने पिछले बजट में इसके लिए 10 करोड़ रुपये प्रावधान भी कर दिया था। शिलान्यास के तत्काल बाद काम शुरू करने के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी करने की तैयारी चल रही है। विश्वविद्याल का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय है।