नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र 2021-22 में अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज (यूजी) में दाखिले के लिए पहले पांच कट ऑफ जारी हो सकती हैं। हर कट ऑफ में दाखिले के लिए छात्रों को पूर्व की भांति तीन दिन ही मिलेंगे। यदि चार कट ऑफ के बाद कॉलेजों में सीटें भर गईं, तब भी दाखिले बंद किए जा सकते हैं। वहीं सीटें खाली रहने की सूरत में ही छठी-सातवीं तक कट ऑफ निकाली जा सकती हैं। डीयू प्रशासन का मानना है कि इस बार छात्रों का पास प्रतिशत बेहतर होने से सीटें जल्द भरने की उम्मीद है। दूसरी तरफ डीयू दाखिले के लिए कट ऑफ शेड्यूल तैयार कर लिया गया है, इस सप्ताह तक इसके फाइनल होने की उम्मीद है। इस पर अधिकारिक मंजूरी मिलते ही इसे जारी कर दिया जाएगा। डीयू दाखिला डीन प्रो. पिंकी शर्मा ने बताया कि पहले पांच कट ऑफ आ सकती है। इसका शेड्यूल इस सप्ताह तक फाइनल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि पांच कट ऑफ का आना पूरी तरह से सीटें भरने पर निर्भर करेगा। पांच कट ऑफ से पहले कॉलेजों में सीटें भर गईं तो इससे पहले भी दाखिले बंद हो सकते हैं। वहीं यदि सीटें नहीं भरती तो छठी और सातवीं कट ऑफ भी निकाली जा सकती हैं। चूंकि इस बार सभी बोर्ड का बारहवीं का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है, इस कारण से छात्रों का पास प्रतिशत काफी अच्छा है। ऐसे में सीटें पहले भी भर सकती हैं। छठी-सातवीं कट ऑफ तक भी सीटें नहीं भरने पर या तो कट ऑफ या फिर स्पेशल कट ऑफ निकाली जा सकती हैं। मालूम हो कि बीते साल आठ कट ऑफ निकाली गई थी और उसके बाद सीटें नहीं भरने पर स्पेशल कट ऑफ भी जारी हुई थी।