नई दिल्ली। सरकारी स्कूलों में एंटरप्रिन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (ईएमसी) के तहत शुरू किए गए बिजनेस ब्लॉस्टर्स प्रोग्राम में छात्रों के बिजनेस आइडिया को बिजनेस कोच आकार देंगे। यह बिजनेस कोच 15 नवंबर तक हर हफ्ते कम से कम दो घंटे इस आइडिया को आकार देने और उसे लागू करने में छात्रों का मार्गदर्शन करेंगे। यह कोच स्कूल के पूर्व छात्र, या कोई अन्य छात्र, जो एमबीए, बीबीए, उद्यमिता पाठ्यक्रम कर रहे हैं, या एक उद्यमी के रूप में कम से कम 2-3 वर्षों के अनुभव वाले स्थानीय उद्यमी या व्यवसाय चलाने वाले होंगे। शिक्षा निदेशालय ने हाल ही में सरकारी स्कूलों में ग्यारहवीं-बारहवीं कक्षाओं के बच्चों के लिए शुरू हुए बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम के लिए सभी स्कूल प्रमुखों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण विचारों के साथ आने और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनके पास मार्गदर्शन करने के लिए प्रासंगिक अनुभव वाले कोच हों। जिससे छात्रों के आइडिया को आगे बढ़ाया जा सके। इसके लिए हर स्कूल को एक या दो बिजनेस कोच दिए जाएंगे। दिल्ली सरकार ने वर्ष 2019 में सरकारी स्कूलों के 9वीं से बारहवीं तक के छात्रों के लिए ईएमसी शुरू किया था। मालूम हो कि बिजनेस ब्लास्टर्स 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए ईएमसी का एक घटक हैं। इसे छात्रों को टीम में काम करने, सामाजिक चुनौतियों की पहचान करने, व्यावसायिक अवसरों की पहचान करने, व्यवसाय योजना तैयार करने के लिए लागू किया गया है। इसके तहत छात्रों को अपने आइडिया को मूर्त रूप देने के लिए 2000 रुपये की सीड मनी दी जाती है। बिजनेस ब्लास्टर्स के तीन चरण हैं। इसके अंतिम चरण में प्राप्त 100 प्रोजेक्ट्स को एक एक्सपो में प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाएगा। वहीं दस शीर्ष टीमों को अपने आइडिया को निवेशकों के सामने रखने का अवसर मिलेगा।