जगत देवताओं के है अधीन: दिव्य मोरारी बापू
राजस्थान/पुष्कर। प्रश्न÷ मंत्र का महत्व क्या है?उत्तर÷ मंत्र की शक्ति बड़ी अद्भुत है। कहा गया है की जगत सर्वं मंत्राधीनाश्च देवता। जगत देवताओं के अधीन है और सभी देव मंत्र के अधीन है, लेकिन मंत्र, तंत्र और यंत्र तीनों की सही जानकारी और सही उपयोग बहुत आवश्यक है। मैं विज्ञान का बहुत आदर करता हूं और विज्ञान में मेरी बड़ी रूचि है, लेकिन आज के विज्ञान की पहुंच केवल अधिभूत तक ही है, अधिदैव और अध्यात्म तक पहुंचना अभी उसके लिये बाकी है। विज्ञान और मनुष्य की जानी हुई दुनिया से, न जानी हुई दुनियां बहुत बड़ी है। नाम महिमा- नाम महानिधि मंत्र नाम ही सेवा पूजा। जप तप तीरथ नाम, नाम बिन और न दूजा। नाम प्रीती नाम बैर नाम कहि नामी बोलै। नाम अजामिल साखि नाम बंधन तें खोलै। नाम अधिक रघुनाथ तें राम निकट हनुमत् कह्यौ। कबीर कृपा तें परमतत्व पद्मनाभ परचौ लह्यौ। सभी हरि भक्तों के लिए पुष्कर आश्रम एवं नवनिर्माणाधीन गोवर्धन धाम आश्रम से साधू संतों की शुभ मंगल कामना-श्री दिव्य मोरारी बापू धाम सेवाट्रस्ट गनाहेड़ा पुष्कर जिला-अजमेर (राजस्थान)