नई दिल्ली। दिल्ली चिड़ियाघर देश के अलग-अलग हिस्सों में पांच वन्यजीव प्रजातियों को संरक्षित करने का काम करेगा। इस पहल के तहत संगाई हिरण, गैंडा, बंगाल टाइगर, एशियाई सिंह व रेड जंगल फाउल को अलग-अलग राष्ट्रीय उद्यानों में छोड़ उनके संरक्षण से लेकर उनकी जनसंख्या बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए उत्तराखंड स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान दिल्ली चिड़ियाघर की मदद करेगा। चिड़ियाघर की निदेशक डॉ.सोनाली घोष के मुताबिक, भारतीय वन्यजीव संस्थान के साथ देशभर के चिड़ियाघर वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए पहल कर रहे हैं। इस कड़ी में दिल्ली चिड़ियाघर भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है। उन्होंने बताया कि चिड़ियाघर में संगाई हिरण सीमित संख्या से अधिक मौजूद हैं। ऐसे में चिड़ियाघर का प्रयास है कि इन्हें यहां सीमित संख्या में रख अन्य राष्ट्रीय उद्यानों में छोड़ा जाए। इसके साथ सिंह से लेकर बंगाल टाइगर तक को संरक्षित करने के लिए चिड़ियाघर काम करेगा।