10 माह बाद चिंतपूर्णी मंदिर में शुरू होगा लंगर
हिमाचल प्रदेश। चिंतपूर्णी मंदिर में आज से ट्रस्ट का लंगर मां के भक्तों के लिए शुरू होगा। उपायुक्त ऊना ने लंगर शुरू करने को लेकर आदेश जारी कर दिए हैं। कोरोना महामारी के कारण पिछले 10 महीनों से लंगर की व्यवस्था बंद थी। अब मंदिर आने वाले श्रद्धालु मंदिर ट्रस्ट के लंगर में प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। हालांकि श्रद्धालु कोविड-19 के नियमों का पालन कर ही लंगर का प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। इस दौरान श्रद्धालुओं को डिस्पोजेबल पत्तल में खाना परोसा जाएगा। लंगर हाल के बाहर ही कूड़ेदान में खाना खाने के बाद श्रद्धालुओं को खुद इन पत्तलों को कूड़ेदान में डालना होगा। लंगर हॉल में प्रवेश से पहले सैनिटाइजर मशीन से हाथ सैनिटाइज करने होंगे। लंगर के दौरान श्रद्धालुओं को उचित दूरी बनाकर बैठना होगा। काफी समय से स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालुओं की मांग थी कि कोरोना के मामले कम हो गए हैं और धीरे-धीरे सरकार ने सबकुछ खोल दिया है। ऐसे में मंदिरों में भी लंगर की व्यवस्था शुरू की जानी चाहिए। लोगों का कहना था कि लंगरों के बंद होने से दिहाड़ीदार और मंदिर दर्शनों के लिए आए गरीब लोगों को मजबूरन ढाबों में जेबें ढीली करनी पड़ रही थी। इसको देखते हुए उपायुक्त ऊना ने मंदिर ट्रस्ट का लंगर शुरू करने की पहल की है। उनके इस फैसले से भक्तों में खुशी की लहर है। वहीं प्रदेश की अन्य शक्तिपीठों में लंगर को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ है। उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि मंगलवार से चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट का लंगर शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।