मुंबई। टैरिफ बढ़ाने और सरकारी बकाये के भुगतान पर राहत से दूरसंचार कंपनियों को 5जी प्रौद्योगिकी में अधिक आक्रामक तरीके से निवेश करने में मदद मिलेगी। वे मौजूदा और अगले वित्त वर्ष में 5जी सेवाओं पर 1.5-1.8 लाख करोड़ रुपये खर्च कर सकती हैं। क्रिसिल ने मंगलवार को रिपोर्ट में कहा कि टैरिफ में बढ़ोतरी से दूरसंचार कंपनियों का परिचालन लाभ कम-से-कम 40 फीसदी बढ़ सकता है। साथ ही मौजूदा ग्राहकों के अपने प्लान अपग्रेड करने से उनकी प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) में भी 20 फीसदी होगा और यह अगले वित्त वर्ष में 135 रुपये से बढ़कर 160-165 रुपये पहुंच जाएगी। इससे 2022-23 में दूरसंचार कंपनियों का परिचालन लाभ एक लाख करोड़ रुपये पहुंच जाएगा और उन्हें 5जी सेवाओं में निवेश करने में मदद मिलेगी। एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने अपने प्रीपेड प्लान के टैरिफ में 25 फीसदी तक इजाफा किया है, जबकि जियो भी एक दिसंबर से टैरिफ 21 फीसदी तक बढ़ा रही है।