नई दिल्ली। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मैट फ्रेडरिकसन 9 से 11 अक्टूबर तक भारत की यात्रा पर आएंगी। इन दो दिनों की यात्रा में दोनों देशों के बीच पिछले साल हुए ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिपके विकास पर चर्चा होगी। इस यात्रा पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इससे दोनों देशों के दोस्ताना रिश्तों को मजबूती मिलेगी। दोनों देश के बीच नवीकरणीय ऊर्जा, जल और कचड़ा प्रंबंधन की नई तकनीक, स्मार्ट सिटी के विकास आदि के क्षेत्रों में काफी संभावनाएं हैं। ग्रीन स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप की शुरुआत दोनो देशों के पीएम ने वर्चुअल सम्मेलन में शुरू की थी। इसमें दोनों देशों ने नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को लेकर साझा सहयोग बढ़ाने की बात की थी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि फ्रेडरिकसन पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता में शामिल होंगी। उनकी रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात होगी। इसके अलावा वह थिंक टैंक, छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी मिलेंगी। दोनों देशों के बीच आपसी रिश्तों और सहयोग बढ़ाने को लेकर बातें होंगी। इसके साथ ही दोनों देश क्षेत्र में एकदूसरे के समान हितों को लेकर चर्चा करेंगे। भारत और डेनमार्क के व्यापारिक रिश्तें काफी मजबूत माने जाते हैं। भारत में डेनमार्क की 200 से अधिक कंपनियां मौजूद है और डेनमार्क में भारत की 60 कंपनियां।