नई दिल्ली। मई का महीना खत्म होने में महज 4 दिन बचा है। हर बार की तरह इस बार भी नया महीना (1 जून शुरू) होते ही कुछ छोटे-बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे, तो चलिए जानते है…
होम लोन दरों में वृद्धि- आप अगर एसबीआई के ग्राहक है या फिर आप एसबीआई से होम लोन के मन बना रहे हैं, तो नए महीने की शुरुआत आपके लिए भी खर्च बढ़ाने वाली होगी। दरअसल एसबीआई ने अपने होम लोन एक्सटर्नल बेंचमार्क लेंडिंग रेट को 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाकर 7.05 फीसदी कर दिया है, जबकि आरएलएलआर 6.65 फीसदी प्लस सीआरपी होगा।
इंजन क्षमता के हिसाब से प्रीमियम- सड़क एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना के अनुसार मोटर इंश्योरेंस के प्रीमियम में इससे पहले साल 2019-20 के लिए बढ़ोतरी की गई थी। मंत्रालय के अनुसार अब 1,000 सीसी से कम क्षमता वाले इंजन के वाहनों को थर्ड पार्टी बीमा के लिए निर्धारित प्रीमियम 2,094 रुपये चुकाना होगा, जो कि 2019-20 में 2,072 रुपये था। इसके अलावा 1,000 सीसी से 1,500 सीसी वाली कारों का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस का प्रीमियम 3,221 रुपये से बढ़ाकर 3,416 रुपये किया गया है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक शुल्क लागू- आईपीपीबी ने कहा है कि आधार सक्षम भुगतान प्रणाली के लिए जारीकर्ता शुल्क लागू कर दिया गया है। यह शुल्क 15 जून 2022 को लागू किया जाएगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक भारतीय डाक की एक सहायक कंपनी है, जो डाक विभाग द्वारा शासित है। नियमों के तहत हर महीने पहले तीन एईपीएस लेन-देन मुफ्त होंगे, जिसमें एईपीएस नकद निकासी, एईपीएस नकद जमा और एईपीएस मिनी स्टेटमेंट शामिल हैं।
गोल्ड हॉलमार्किंग का दूसरा चरण- अब बात करते हैं, दूसरे बड़े बदलाव की। तो आपको बता दें कि गोल्ड हॉलमार्किंग का दूसरा चरण साल 2022 में एक जून 2022 से शुरू किया जाएगा। सरकार ने बीते दिनों इस बात की जानकारी साझा करते हुए कहा था कि जून की शुरुआत से गोल्ड हॉलमार्किंग के दूसरे चरण को शुरू कर दिया जाएगा, जिसके तहत सोने की शुद्धता का प्रमाण करना जरूरी होगा।
वाहनों का थर्ड पाटी बीमा महंगा- एक जून 2022 से वाहनों का थर्ड पार्टी बीमा महंगा हो ने जा रहा है, यानी आपको इंश्योरेंस प्रीमियम का ज्यादा भुगतान करना होगा। न केवल चार पहिया, बल्कि दो पहिया वाहन स्वामियों पर ये बढ़ी हुई दरें लागू होंगी।
एक्सिस बैंक बदलेगा बचत खाते के नियम- एक जून से एक और जो बड़ा बदलाव होने जा रहा है, वो है अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आसान बचत और वेतन कार्यक्रमों के लिए खाते में औसत मासिक शेष राशि की सीमा को 15,000 रुपये से बढ़ाकर अब 25,000 रुपये या एक लाख रुपये की सावधि जमा कर दिया गया है। लिबर्टी सेविंग अकाउंट के लिए यह 15,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000 रुपये या 25,000 रुपये खर्च कर दी गई है।