मध्य प्रदेश। भारत में चीतों को फिर से बसाने के इतिहास में आज दूसरा अध्याय जुड़ गया है। नामीबिया से आठ चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए जाने के ठीक पांच महीने बाद दक्षिण अफ्रीका से लाए जा रहे 12 चीतों के कदम भारत की जमीन पर पड़ गए हैं।
चीतों को लेकर शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका से रवाना हुआ वायुसेना का विशेष विमान आज सुबह 10 बजे ग्वालियर के महाराजपुरा एयर टर्मिनल पर उतरा। अब यहां से सुबह 11 बजे तक तीन हेलीकाप्टर चीतों को लेकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान पहुंचेंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह चीतों को क्वारंटाइन बाड़ों में छोड़ेंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”कूनो नेशनल पार्क में आज चीतों की संख्या बढ़ने वाली है। मैं पीएम मोदी को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं, यह उनका विजन है। कूनो में 12 चीतों का पुनर्वास किया जाएगा, जिसके बाद चीतों की कुल संख्या 20 हो जाएगी।”
हर साल भारत लाए जाएंगे 12 चीते:-
पिछले महीने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच चीते दिए जाने को लेकर अनुबंध हुआ था। इसके अनुसार, अब वहां से आठ से 10 वर्षों तक हर साल 12 चीते भारत लाए जाएंगे। पहले चरण में लाए गए आठ चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान का माहौल रास आया है। भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता पुनर्स्थापना के लिए देश के 10 क्षेत्रों में सर्वे करने के बाद कूनो राष्ट्रीय उद्यान को चुना था।