नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहीं और अवैध रूप से देश के बाहर ले जाई गईं 29 पुरातात्विक वस्तुएं ऑस्ट्रेलिया ने लौटा दी हैं। इनमें 9वीं शताब्दी की दंडपाणि (शैव भैरव), 10वीं शताब्दी की लक्ष्मी-नारायण और 12वीं शताब्दी की बाल संत संबंदार की प्रतिमाओं सहित कई कलाकृतियां, चित्र और सजावटी वस्तुएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन का सोमवार को हुई ऑनलाइन बैठक में धरोहर वापसी के लिए विशेष धन्यवाद दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि यह कलाकृतियां राजस्थान, गुजरात, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों से अवैध तरीके से देश के बाहर भेजी गई थीं। ऑस्ट्रेलिया के इस कदम के लिए सभी भारतवासियों की ओर से पीएम ने मॉरिस का आभार जताया। साथ ही बताया कि सभी कलाकृतियों को उचित जगह पर पहुंचाकर प्रदर्शित किया।
2014 से अब तक 228 कलाकृतियां हुईं वापस, उसके पहले 13 ही लौटी थीं : भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसे ‘संस्कृति का पुनर्निर्माण’ बताया। कहा, 2014 से अब तक 228 कलाकृतियां भारत वापस लाई गई हैं। इससे पहले 1976 से 2013 तक 13 ही कलाकृतियां भारत वापस लाई जा सकी थीं।