Budget 2025: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए बड़े ऐलान किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के तहत ऐसे 100 जिलों को चुना जाएगा, जहां पर कृषि उत्पादकता कम है. इससे वहां पर उत्पादकता बढ़ाने, खेती में विविधता लाने, सिंचाई और उपज के बाद भंडारण की क्षमता मजबूत करने में मदद मिलेगी. इस योजना से 1.7 करोड़ किसानों को लाभ होगा. इसके दायरे में सभी तरह के किसान आएंगे.
दलहन में आत्मनिर्भरता को मिलेगा बढ़ावा
वित्तमंत्री ने आगे कहा कि दलहन में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देंगे. इसके लिए खाद्य तेलों के उत्पादन पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार छह वर्ष का मिशन शुरू करेगी, जिससे दलहन में आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके. नैफेड और एनसीसीएफ 3 तरह की दालों की खरीद करेगी. इन एजेंसियों में पंजीकृत किसानों से ये दालें खरीदी जाएंगी.
सब्जी, फल और पोषण पर दिया जाएगा ध्यान
सब्जी, फल और पोषण पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि श्रीअन्न और फलों की मांग बढ़ती जा रही है, इसके लिए राज्यों के साथ मिलकर एक योजना शुरू की जाएगी. इसमें कृषि उपज संगठनों को लाभ मिलेगा.
वहीं,सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की संख्या एक करोड़ है और इनसे 5.7 करोड़ लोग जुड़े हैं. यह भारत को दुनिया में मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में मददगार है. ये MSME 45 फीसदी निर्यात में हिस्सेदारी रखते हैं. MSME के लिए क्रेडिट गारंटी कवर को बढ़ाया जाएगा. MSME वर्गीकरण के लिए निवेश की सीमा 2.5 गुना बढ़ाई जाएगी. वर्गीकरण के लए टर्नओवर सीमा दो गुना की जाएगी.
भारत बनेगा टॉयज का ग्लोबल हब
इसके अलावा वित्तमंत्री ने कहा कि बिहार में मखाना बोर्ड बनेगा. बिहार के लोगों के लिए यह विशेष अवसर है ताकि वे मखाना का उत्पादन और उसके प्रसंस्करण को बढ़ावा दे सकें. मखाना बोर्ड इसमें किसानों की मदद करेगा. इसके साथ ही भारत को टॉयज का ग्लोबल हब बनाएंगे. इसके लिए योजना शुरू की जाएगी. इकोसिस्टम के विकास पर जोर होगा जिससे हाई क्वालिटी पर्यावरण अनूकूल खिलौने बनेंगे.
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