नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) इस समय 55 मिशन मोड परियोजनाओं पर काम कर रहा है, लेकिन उसकी आधे से अधिक परियोजनाएं लेटलतीफी का शिकार हैं। यह जानकारी केंद्र सरकार ने दी।
राज्यसभा में एक सवाल का जवाब देते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने बताया कि, डीआरडीओ की 23 मिशन मोड परियोजनाओं में देरी हो रही है। इन विलंबित परियोजनाओं में एयर ड्रॉपेबल कंटेनर, सिम्युलेटर, टैक्टिकल रेडियो, लाइट मशीन गन, एयर इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन सिस्टम, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) Mk-2 (तेजस), टॉरपीडो, नेवल LCA, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, लड़ाकू विमान और जहाज के लिए इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम और मानव रहित हवाई वाहन शामिल हैं।
रक्षा राज्यमंत्री ने राज्यसभा में कहा, परियोजनाओं में देरी को दूर करने के लिए इनकी समीक्षा, सेवाओं और उत्पादन में बढ़ावा जैसे कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया, इन परियोजनाओं में से 12 की लागत बढ़ा दी गई है। इस दौरान उन्होंने बताया, डीआडीओ ने जनवरी 2018 से फरवरी 2023 के दौरान 35 मिशन मोड परियोजनाओं को पूरा किया है।