नई दिल्ली। लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच मार्च 2020 में शुरू हुआ टकराव अब तक समाप्त नहीं हुआ है। अभी भी दोनों देशों की सेनाएं देपसांग और डेमचोक जैसे इलाकों में आमने-सामने हैं। इस बीच भारत-चीन के बीच अपने सैनिकों को पीछे हटाने पर भी सहमति नहीं बनी है। यहां तक कि पिछले पांच महीने से दोनों देशों के बीच सैन्य वार्ता भी नहीं हुई है। अब जानकारी मिली है कि भारत और चीन के सैन्य अफसर 17 जुलाई को 16वें राउंड की कोर कमांडर स्तर की वार्ता में हिस्सा ले सकते हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस वार्ता में भारत का प्रतिनिधित्व फायर एंड फ्यूरी कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए. सेनगुप्ता करेंगे। अभी यह साफ नहीं है कि यह बैठक चीन की तरफ होगी या भारत की तरफ, हालांकि इसमें भी एक बार फिर एलएसी में टकराव वाली जगहों से सेना पीछे हटाने पर चर्चा होगी।
इससे पहले दोनों देशों के बीच लद्दाख के चुशुल मोल्दो में मार्च की शुरुआत में वार्ता हुई थी। भारतीय पक्ष का नेतृत्व लेह स्थित सेना की 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट-जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और चीन की ओर से दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिला प्रमुख मेजर जनरल यांग लिन ने किया था।