लोकतंत्र में सरकारें जनता की आवाज सुनकर ही लेती हैं फैसले: सतपाल मलिक
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों विवादित कृषि कानूनों की वापसी का एलान कर दिया है। 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद सत्र में कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। प्रधानमंत्री की इस घोषणा पर टिप्पणी करते हुए मेघालय के राज्यपाल सतपाल मलिक ने कहा है कि लोकतंत्र में सरकारें जनता की आवाज सुनकर ही फैसले लेती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के मन की बात सुनते हुए कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय किया है। इसका स्वागत किया जाना चाहिए। सतपाल मलिक लंबे समय से केंद्र सरकार से किसानों से बातचीत कर इस मामले का एक शांतिपूर्ण समाधान खोजने की बात कहते आ रहे थे। राज्यपाल सतपाल मलिक ने एक शांतिपूर्ण आंदोलन चलाने के लिए किसान नेताओं को भी बधाई दी।