दिवाली के बाद खुल सकते हैं कक्षा 6 से 8 तक के स्कूल
नई दिल्ली। पैनल ने डीडीएमए की अगली मीटिंग के लिए जो नोट्स बनाए हैं, उसमें यह बताया गया है कि दिल्ली में कक्षा 9 से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू होने के बाद से कोरोना के एक मामले सामने नहीं आए हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के पैनल ने कक्षा 6 से 8 तक के स्कूलों को 50 प्रतिशत छात्र संख्या के साथ फिर से खोलने की सिफारिश की है। पैनल ने डीडीएमए की अगली मीटिंग के लिए जो नोट्स बनाए हैं, उसमें यह बताया गया है कि दिल्ली में कक्षा 9 से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू होने के बाद से कोरोना के एक मामले सामने नहीं आए हैं। दिल्ली में कोरोना की स्थिति को लेकर डीडीएम की 25वीं बैठक 29 अक्टूबर को होगी। उपराज्यपाल अनिल बैजल इसकी अध्यक्षता करेंगे। बैठक में दीपावली बाद 6 से 8 तक के स्कूलों को खोलने की घोषणा हो जाने की पूरी संभावना है। डीडीएमए ने एक विस्तृत योजना और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई है। डीडीएमए पैनल अगली मीटिंग में इस तरह के कई महत्वपूर्ण तथ्यों को रखने वाला है। इसमें यह भी शामिल होगा कि दिल्ली में बड़े बच्चों के स्कूल जब से खुले हैं, बच्चों की उपस्थिति 80% तक बढ़ गई है। करीब 95% शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों को कोरोना की वैक्सीन लग गई है। दिल्ली के शिक्षा निदेशक की तरफ से भी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि होने की जानकारी दी गई है। उन्होंने 6 से 8 तक के बच्चों के स्कूल खोलने पर सहमति जताई है। यह भी कहा है कि स्कूल खुलने के बाद अभिभावकों की सहमति से ही बच्चे स्कूल आएंगे। केवल 50% छात्रों को ही स्कूल में बुलाया जाएगा। शिक्षा निदेशक ने यह भी कहा है कि कोविड उपयुक्त व्यवहार देखते हुए छात्रों की परिवहन सुविधा भी बहाल की जा सकती है। समिति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने भी इस बात का समर्थन किया है कि त्योहारों के बाद बच्चों के स्कूलों को फिर से खोल देना चाहिए। वहीं आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा है कि स्कूल खोलने से पहले सभी शिक्षकों को शत प्रतिशत वैक्सील अनिवार्य रूप से लगनी चाहिए। डीडीएमए पैनल इन सभी सुझावों को अगली मीटिंग में रखेगा।