शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम बना रही है प्रदेश सरकार
जम्मू-कश्मीर। बिना अवकाश ड्यूटी से गैर हाजिरी रहने और देरी से स्कूल पहुंचने वाले सरकारी शिक्षकों पर सरकार नकेल कसने की तैयारी कर रही है। प्रदेश सरकार स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम बना रही है। इसके लिए सरकार स्कूलों में बायोमीट्रिक सिस्टम लागने जा रही है, जिससे शिक्षकों के स्कूल आने-जाने के समय की जांच और निगरानी होगी। प्रदेश सरकार सभी स्कूलों में विशेष कर दूरदराज के स्कूलों में इस व्यवस्था को लागू करने जा रही है, ताकि शिक्षकों की जवाबदेही को बढ़ाया जा सके। वर्तमान में सरकारी स्कूलों में रजिस्टर में शिक्षकों की हाजिरी लगती थी। इससे शिक्षकों की रियल टाइम मॉनिटरिंग नहीं होती थी, जिससे शिक्षक बिना अधिकृत अवकाश के ड्यूटी से गायब रहने के साथ क्लास लेने में भी कोताही बरतते थे। ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात शिक्षक सबसे ज्यादा ऐसा करते हैं। इससे अभिभावकों में सरकारी स्कूलों के प्रति विश्वास कम हो रहा है। प्रदेश के स्कूलों में बढ़ता ड्रॉपआउट (बच्चों का स्कूल छोड़ना) इस बात का सबूत भी है। मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने विभाग को सभी स्कूलों में प्राथमिकता के आधार पर बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने को कहा है ताकि शिक्षकों की उपस्थिति पर नजर रखी जाए और बिना अधिकृत अवकाश के ड्यूटी से गायब रहने वाले शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की जाए। स्कूल शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी ने बताया कि विभाग स्कूलों में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाने की तैयारी कर रहा है और मार्च तक इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।