नई दिल्ली। देशभर के कई राज्यों में मानसून आगमन के साथ ही जून माह में बिजली की मांग में कमी देखी गई है। सोमवार तक बिजली की मांग में 12.5 फीसदी की गिरावट देखी गई है। जबकि यही मांग कुछ दिनों पहले भीषण गर्मी के कारण रिकॉर्ड 210 गीगावॉट तक पहुंच गई थी। इस मांग के पीछे बढ़ती गर्मी के साथ औद्योगिक गतिविधियां शुरू होना महत्वपूर्ण वजह थी।
घटी कोयले की मांग:-
देश के कई हिस्सों में गर्म हवा और बढ़ते तापमान के कारण बिजली की मांग तेज हो गई थी। बढ़ते कोयले की मांग और समय से आपूर्ति नहीं होने के कारण राज्यों को बिजली कटौती का सहारा लेना पड़ा।
लेकिन अब मानसून की दस्तक देने के बाद स्थिति में सुधार नजर आ रहा है। कई राज्यों में बारिश होने लगी है। पिछले 20 दिन से पनबिजली आपूर्ति 45 से 50 करोड़ यूनिट रही है।