पूर्व सैनिक सीमेंट ढुलाई के लिए अपने ट्रक का घर बैठे करवा सकेंगे पंजीकरण
हिमाचल प्रदेश। निगम ने 1800 पूर्व सैनिकों के ट्रक प्रचालकों की सुविधा के लिए डिमांड ऐप लांच किया है। इस ऐप से घर बैठे सीमेंट ढुलाई के कार्य के लिए ट्रकों की बुकिंग कर सकते हैं। इसी प्रकार पूर्व सैनिकों के हितों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा सेवाओं में वेबसाइट पर पंजीकरण के लिए एक लिंक भी जारी किया है। इस लिंक के माध्यम से प्रदेश के पूर्व सैनिक घर से ही अपना नाम पंजीकृत कर सकते हैं। अभी तक इसमें कुल 7131 पूर्व सैनिकों का ऑनलाइन पंजीकरण हो चुका है। पूर्व सैनिकों के हितों से जुड़ी गतिविधियों की चर्चा के लिए हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के निदेशक मंडल की बैठक शुक्रवार को निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) खुशहाल ठाकुर (युद्ध सेवा मेडल) की अध्यक्षता में हुई। बैठक में ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) एलसी जसवाल, कर्नल (सेवानिवृत्त) दुनी सिंह जंवाल, पूर्व सूबेदार, सुखदेव सिंह मसारड, सैनिक कल्याण विभाग हमीरपुर के उपनिदेशक स्क्वाड्रन लीडर (सेवानिवृत्त) मनोज कुमार, निगम के सचिव हितेश लखनपाल, कृषि उपनिदेशक डॉ. पीसी सैणी और उद्योग विभाग के प्रबंधक चुनी लाल चोपड़ा भी उपस्थित रहे। खुशहाल ठाकुर ने कहा कि सेना में सेवाएं देने के उपरांत 35 से 40 वर्ष की आयु में घर आने वाले जवान के लिए रोजगार के अभाव में आगे का जीवन मुश्किल हो जाता है। सरकारी नौकरियों में 15 फीसदी कोटे में इन सभी जवानों को अवसर नहीं मिलता है। इसलिए हिमाचल प्रदेश सरकार एवं अन्य उपक्रमों के सहयोग से सुरक्षा कर्मचारियों की संख्या को अधिक से अधिक बढ़ाने के लिए निगम लगातार प्रयास कर रही है। इसके अलावा पूर्व सैनिकों के ट्रकों को विभिन्न सीमेंट फेक्टरियों और अन्य उद्योगों में अधिक से अधिक ढुलाई कार्य दिलाने की व्यवस्था की जा रही है। खुशहाल ठाकुर ने बताया कि निगम ने प्रदेश सरकार से सभी विभागों, निगमों-बोर्डों, विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों में सुरक्षा व अन्य सेवाओं के लिए पूर्व सैनिक निगम के माध्यम से ही आउटसोर्स आधार पर पूर्व सैनिकों की सेवाएं लेने का आग्रह किया है। कोरोना महामारी के दौरान भी निगम ने 700 से अधिक पूर्व सैनिकों को सुरक्षा कर्मी के रूप में रोजगार उपलब्ध करवाया है। कोरोना संकट के बावजूद निगम ने वर्ष 2020-21 में 9 करोड़ रुपये से अधिक का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। जबकि 2019-20 में निगम को 7 करोड़ 41 लाख का शुद्ध लाभ हुआ था।