नींबू पानी का अधिक सेवन स्वास्‍थ्‍य के लिए है नुकसानदेंह

हेल्‍थ। वजन घटाने के लिए अधिकतर लोग नींबू पानी का सेवन करते हैं। नींबू पानी न सिर्फ वजन कम करने में मदद करता है, बल्कि त्‍वचा को भी लाभ पहुंचाने और इम्‍यूनिटी को बूस्‍ट करने का काम बखूबी कर सकता है। नींबू पानी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल, पोटैशियम, विटामिन-सी और फोलेट जैसे ज़रूरी पोषक तत्‍व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन, नींबू पानी का अधिक मात्रा में सेवन करना कई समस्‍याओं को भी जन्‍म दे सकता है।

हेल्‍थ शार्ट्स के अनुसार, यदि कोई खाने की चीज़ अच्‍छी है तो इसका मतलब ये नहीं कि इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए। ये शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। बचपन से हम सभी ने नींबू पानी के लाभ के बारे में सुना है, लेकिन नींबू के साइड इफेक्‍ट के बारे में बहुत कम लोग जानते होंगे। नींबू में अधिक मात्रा में विटामिन सी और फोलिक एसिड होता है, जो दांत और किडनी के लिए नुकसानदेेंह हो सकता है। नींबू के अधिक सेवन से एसिडिटी भी हो सकती है। आइए जानते है कि किस प्रकार नींबू स्‍वास्‍थ्‍य के लिए हानिकारक है।

दांत दर्द का कारण:- नींबू अत्‍यधिक एसिडिक सिट्रस फल है। यदि कोई व्‍यक्ति बार-बार नींबू के रस का सेवन करता है तो उसे नींबू के खट्टेपन के कारण दांतों में अति-संवेदनशीलता और दांतों की सड़न का अनुभव हो सकता है, इसलिए दांतों को सुरक्षित रखने के लिए नींबू का इस्‍तेमाल कम किया जा सकता है।

माइग्रेन का कारण :-  नींबू का रस माइग्रेन का कारण बन सकता है। खट्टे फल अक्‍सर माइग्रेन और सिरदर्द को ट्रिगर करते हैं। बता दें कि नींबू टायरामाइन का उत्‍पादन करता है, जो सिरदर्द का कारण बन सकता है। जिन लोगों को अक्‍सर सिरदर्द की समस्‍या रहती है, उन्‍हें इसका सेवन कम करना चाहिए।

पेट की समस्‍या :- जो लोग बहुत अधिक खट्टे फल का सेवन करते हैं तो उन्‍हें अक्‍सर गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल, एसिडिटी, उबकाई और उल्‍टी की समस्‍या का सामना करना पड़ता है। गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल समस्‍या होने पर नींबू के सेवन से बचना चाहिए साथ ही डॉक्‍टर की सलाह अवश्‍य लेनी चाहिए।

नींबू के छिलके से त्‍वचा को प्रभाव :- नींबू के छिलके कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।  नींबू के छिलके में हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो त्‍वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए नींबू के छिलकों की बजाय नींबू के रस का प्रयोग किया जा सकता है।

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