स्वास्थ्य। हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम, जिस फूड को हम खाते हैं, उसे शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स में ब्रेक डाउन करता है। अगर हम अपनी डाइजेस्टिव हेल्थ को नजरअंदाज करते हैं, तो इससे कई प्रॉब्लम्स का रिस्क बढ़ जाता है। गैस से लेकर हार्टबर्न तक कोई न कोई समस्या हर किसी को होती है। ऐसे में, डायजेस्टिव हेल्थ को सुधारने के लिए कुछ चीजों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि डाइजेस्टिव सिस्टम सही से काम कर सके और संपूर्ण हेल्थ में सुधार हो सके। इसके लिए लाइफस्टाइल में सही बदलाव लाना बहुत आवश्यक है। डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स से बचने के लिए अपने इंटेस्टाइन को कुछ तरीकों से डेटॉक्स किया जा सकता है। आइए जानें इंटेस्टाइन को डेटॉक्स करने के तरीके-
हमारा इंटेस्टाइन या गट बेहद कॉम्प्लेक्स होता है। लाइफस्टाइल और डायटरी चेंजेज से इंटेस्टाइन के साथ ही संपूर्ण हेल्थ को सुधारने में मदद मिलती है। इंटेस्टाइन को डेटॉक्स करने के तरीके इस प्रकार हैं-
अधिक पानी पीएं:-
संतुलित मात्रा में पानी पीना और हाइड्रेट रहना इंटेस्टाइन को हेल्दी रखने का सबसे सामान्य तरीका होता है। रोजाना छह से आठ गिलास गुनगुना पानी पीने से आंतों की सफाई होती है, जिससे इंटेस्टाइन को हेल्दी रखने में मदद मिल सकती है।
फाइबर युक्त आहार का सेवन:-
अपने आहार में पर्याप्त मात्रा में फाइबर को शामिल कर के भी इंटेस्टाइन को डेटॉक्स किया जा सकता है। इसके लिए अपने आहार में फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि को शामिल करें।
स्मोकिंग जैसी बुरी आदतों से बचें:-
स्मोकिंग, अधिक कैफीन, एल्कोहॉल आदि का प्रभाव हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम पर पड़ता है जिससे स्टमक अल्सर और हार्टबर्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में अपने इंटेस्टाइन को डेटॉक्स करने के लिए इन बुरी आदतों से बचना चाहिए।
हाई फैट युक्त फूड्स से बचें:-
इंटेस्टाइन को डेटॉक्स करने के लिए हाई फैट युक्त आहार का सेवन करने से बचें। हाई फैट युक्त आहार से डाइजेस्टिव प्रोसेस स्लो हो जाती है और कई परेशानियां हो सकती हैं।
नियमित एक्सरसाइज करें:-
नियमित व्यायाम करने से डाइजेस्टिव सिस्टम में फूड अच्छे से मूव कर पाता है जिससे कब्ज से बचाव होता है और इंटेस्टाइन डेटॉक्स होता है। इससे बॉडी वेट भी बैलेंस रखने में मदद मिलती है।