टिप्स। आजकल ज्यादातर महिलाएं फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट होना पसंद करती हैं। हालांकि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं भी कई बार फाइनेंशियल सिक्योरिटी को अवॉयड कर देती हैं। जिसके चलते भविष्य में आपको कई परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। फाइनेंशियल सिक्योरिटी मेंटेन करने के लिए काफी एफर्ट की आवश्यकता होतीहै। ऐसे में ऑफिस और घर में उलझी महिलाएं अक्सर फाइनेंशियल सिक्योरिटी से दूर भागती नजर आती हैं। वहीं फाइनेंशियल सिक्योरिटी आपके फ्यूचर को सिक्योर करने में अहम रोल अदा करती है। ऐसे में कुछ गलतियों को नजरअंदाज करके महिलाएं भी अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी इन्श्योर कर सकती हैं। तो आइए जानते है।
खुद मैनेज करें फाइनेंस
जॉब करने वाली अधिकतर महिलाएं अपना फाइनेंशियल चार्ज पार्टनर को सौंप कर फ्री हो जाती हैं। जिसके चलते न सिर्फ पार्टनर पर डबल रिपॉन्सिबिलिटी आ जाती है बल्कि आप खुद भी अपने फाइनेंस से अंजान रहती हैं। ऐसे में पार्टनर से हेल्प लेकर आप अपने फाइनेंस खुद मैनेज कर सकती हैं। वहीं अगर आप चाहें तो किसी फाइनेंस एक्सपर्ट की भी मदद ले सकती हैं।
करियर पर करें फोकस :-
कई बार घर की परेशानियों के वजह से महिलाओं को ज़ॉब से समझौता करना पड़ता है। जिससे आपकी फाइनेंशियल सिक्योरिटी पर भी खतरा मंडराने लगता है। ऐसे में घर की परेशानियां सॉल्व करने के लिए आप नौकरी से ब्रेक ले सकती हैं। मगर हर परिस्थिति में करियर को नजरअदांज बिल्कुल न करें। इससे आपकी फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी मजबूत होगी।
इंवेस्टेमेंट को न करें अनदेखा :-
वर्किंग वुमन अक्सर सेविंग को लेकर काफी लापरवाह होती हैं। ऐसे में महिलाएं अपना सारा पैसा फिक्स डिपॉजिट या पीपीएफ में इंवेस्ट करना पसंद करती हैं। हालांकि महिलाओं के लिए इक्विटी फंड या म्युअचल फंड में इंवेस्ट करना अच्छा विकल्प होता है। इससे आपको को एफडी के कम्पेयर में ज्यादा रिटर्न मिल सकता है। लेकिन कोई भी इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही करना बेहतर होता है।
इंश्योरेंस पॉलिसी लें :-
महिलाओं को वर्तमान समस्याओं से निपटने के साथ-साथ भविष्य में आने वाली परेशानियों के लिए भी तैयार रहना चाहिए। ऐसे में इश्योरेंस पॉलिसी लेकर आप अपने और फैमली के लिए एडवांस प्लानिंग कर सकती हैं। वहीं लाइफ इश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और कार इंश्योरेंस करवाकर आप फैमली की फाइनेंशियल सिक्योरिटी भी इन्श्योर कर सकती हैं।
रिटायरमेंट प्लानिंग करें :-
जॉब के दौरान अधिकतर महिलाएं रिटायरमेंट प्लानिंग को अवॉयड कर देती हैं। जिसके चलते रिटायरमेंट के बाद महिलाओं को दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में रिटायरमेंट के लिए अभी से इंवेस्टमेंट करके आप अपना भविष्य सिक्योर कर सकती हैं।