श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में होने वाली जी-20 समिट से पहले ही कश्मीर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नीलोफर खान ने घोषणा की कि कश्मीर विश्वविद्यालय 11 मई को अपने केंद्रीय परिसर हजरतबल में यूथ 20 परामर्श बैठक की मेजबानी कर रहा है। निलोफर खान ने बताया कि इस बैठक का विषय जलवायु परिवर्तन और आपदा की तीव्रता को घटाना है। यह जी 20 के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा।
ईएमएमआरसी ऑडिटोरियम कश्मीर विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर ने प्री-इवेंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि खुली चर्चा और इंटरैक्टिव सत्र युवाओं को एक मंच प्रदान करेगा, जो आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और विकास पर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने कहा कि इन चर्चाओं के इनपुट के आधार पर यूथ 20 समिट के लिए एक दस्तावेज तैयार की जाएगी।
प्रोफेसर नीलोफर खान ने कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय को जलवायु परिर्वतन पर आगामी यूथ 20 परार्मश बैठक की मेजबानी करने का ऐतिहासिक अवसर है और इसका वैश्विक महत्व है। आयोजन की तैयारियों के लिए कई समितियों का गठन किया गया है। आयोजन में केंद्र सरकार, यूटी प्रशासन के गणमान्य व्यक्ति, जी20 देशों के युवा नेता और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वक्ता शामिल होंगे।
वहीं कुलपति ने कहा कि आयोजन को अधिक समावेशी और परिणामोन्मुख बनाने के लिए केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विश्वविद्यालयों से प्रतिभागियों को आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम में विषय से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं पर चार पैनल चर्चाएं होंगी। यह बैठक युवाओं के आगे आने और उनके विचारों को साझा करने का एक अवसर है। इसमें वह जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने में कैसे अपना योगदान दे सकते हैं, इस पर बात रख सकते हैं।
वहीं वाइस चांसलर ने बताया कि युवाओं के अंदर उत्पन्न विचारों को अंततः जी 20 मंच पर ले जाया जाएगा। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय ने जलवायु परिवर्तन के विषय पर कई शोध किया है। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पश्चिमी हिमालय में ग्लेशियर अध्ययन में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि कश्मीर विश्वविद्यालय में जलवायु परिवर्तन पर किए गए शोध कार्य को प्रकाशित किया गया है और विश्व स्तर पर स्वीकार किया गया है।
आयोजन के महत्व को बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में बैठक आयोजित करना अकादमिक उत्कृष्टता के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए अपनी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विश्वास व्यक्त किया कि यह आयोजन हमारे संकाय, शोध विद्वानों और छात्रों को उनके अकादमिक को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।